New Parliament Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (28 मई, 2023) को नई संसद देश को समर्पित कर दी. नई संसद के उद्घाटन पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन के कार्यक्रम के बीच पीएम मोदी ने सेंगोल यानी राजदंड को नए भवन में लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पास स्थापित किया. सेंगोल स्थापित करने के बाद नई संसद में सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन हुआ. जिसमें अलग-अलग धर्मों से जुड़े धर्मगुरुओं और विद्वानों ने अपनी-अपनी पूजा विधियों से प्रार्थना की.
इस दौरान जैन, सिख, हिंदू, बौद्ध धर्म समेत कई धर्मों की प्रार्थनाएं पढ़ी गईं. सर्वधर्म प्रार्थना के कार्यक्रम में मुस्लिम विद्वान की ओर से भी दुआ पढ़ी गई. जब दुआ पढ़ी जा रही थी तो पीएम मोदी ध्यान की मुद्रा में नजर आए. इस कार्यक्रम के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पीएम मोदी आंखें बंद कर ध्यान लगा रहे हैं. दुआ पढ़े जाने के दौरान पीएम मोदी के साथ इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत मोदी सरकार की कैबिनेट के मंत्री और कई नेता मौजूद रहे.
सर्वधर्म प्रार्थना में ये धर्मगुरु हुए शामिल
नई संसद में हुए सर्वधर्म प्रार्थना में अलग-अलग धर्मों के धर्मगुरुओं ने अपने-अपने तरीके से प्रार्थनाएं कीं. सर्वधर्म प्रार्थना में बौद्ध, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, पारसी, सनातन समेत कई धर्मों के धर्मगुरुओं ने प्रार्थनाएं कीं. सभी धर्म के धर्मगुरुओं नई संसद के उद्घाटन पर अपने-अपने विधि विधान से अनुष्ठान को पूरा किया.
सेंगोल के आगे दंडवत हुए पीएम मोदी
नई संसद के उद्घाटन कार्यक्रम से पहले पीएम मोदी को देश के कई मठों से आए अधीनम (पुजारियों) ने सेंगोल यानी राजदंड दिया. पीएम मोदी को राजदंड दिए जाने से पहले उन्होंने सेंगोल को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया. पीएम मोदी के राजदंड के सामने दंडवत होने ने सभी को चौंका दिया. राजदंड यानी सेंगोल को शक्ति, नीति और न्याय का प्रतीक माना जाता है. कहा जा सकता है कि यही वजह होगी, जिसके चलते पीएम मोदी राजदंड के आगे दंडवत नजर आए.
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