नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज हमारे बीच नहीं रहे.  11 जून से दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में एडमिट अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 अगस्त की शाम 5 बजकर 5 मिनट पर आखिरी सांस ली. इस भावुक क्षण पर उनको करीब से जानने वाले राजनेता यादों को साझा कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक कार्यकर्ता के तौर पर वाजपेयी से मिल रहे हैं. वीडियो में वाजपेयी बीजेपी मुख्यालय पहुंचते हैं. वहां मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ उनका गर्मजोशी से स्वागत करती है. भीड़ के बीच से एक कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी निकलते हैं और वापजपेयी से गले मिलते हैं. वाजपेयी भी मुस्कुराते हुए गले लगा लेते हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी शेयर किया जा रहा है.





आपको बता दें कि वाजपेयी को 11 जून को दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था. तब से वे अस्पताल में भर्ती थे. हालांकि पिछले 40 घंटे में उनकी स्थिति ज्यादा ही खराब हो गई. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल रात को और आज दोपहर में एम्स का दौरा किया था और करीब 45 मिनट तक रुके थे.


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वाजपेयी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे. ओम शांति !


उन्होंने कहा, ''मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है. हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे. अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था. उनका जाना, एक युग का अंत है.''


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वाजपेयी ने आज शाम 5 बजकर पांच मिनट पर अंतिम सांस ली. एम्स की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "हम काफी दुख के साथ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 16 अगस्त शाम 5:05 मिनट पर निधन के बारे में सूचित कर रहे हैं."


93 वर्षीय वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. उनके जन्मदिवस 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है. वाजपेयी 3 बार प्रधानमंत्री रहे. वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी. 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीने तक चली थी. 1999 में वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और पांच सालों का कार्यकाल पूरा किया.


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