सेटेलाइट से रखी जा रही है पराली जलाने वाले किसानों पर नजर, 6 पर किया गया मुकदमा दर्ज
सरकार द्वारा सेटेलाइट के जरिये दिल्ली एनसीआर में खेतों पर नज़र रखी जा रही है. जहां देखा जाता है कि किसान द्वारा किस जगह पर पराली जलाई जा रही है. उस जगह की फ़ोटो सेटेलाइट लोकेशन के हिसाब से खीच कर कृषि व संबंधित अधिकारियों के मोबाइल फोन पर आ जाता है.
नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा सहित दिल्ली एनसीआर की आबोहवा प्रदूषण के कारण जहरीली हो गई है. दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान से भी ऊपर पहुंच गया है. लोगों को साथ लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं ग्रेटर नोएडा प्रदूषण के मामले में देश में पहले पायदान पर भी पहुंच गया है. लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते गौतमबुद्ध प्रशासन अलर्ट हो गया है. पराली जलाने वाले किसानों पर अब प्रशासन सेटेलाइट के जरिए नजर रखे हुए हैं. अगर कोई भी किसान अपने खेत में पराली जलाता पाया जाता है तो सेटलाइट से ऐसे किसानों पर नज़र रखे हुए हैं. सेटेलाइट से उस किसान के खेत की लोकेशन और फोटो संबंधित अधिकारियों तक पहुंच जाएगी. जिससे उस किसान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
अगर आप किसान हैं और आपने ने पराली जलाने की कोशिश करते हैं तो ये खबर आप के लिए बहुत जरूरी है. क्योंकि अब सरकार के द्वारा सेटेलाइट के जरिये दिल्ली एनसीआर में खेतों पर नज़र रखी जा रही है. जहां देखा जाता है कि किसान द्वारा किस जगह पर पराली जलाई जाती है. उस जगह की फ़ोटो सेटेलाइट लोकेशन के हिसाब से खीच कर कृषि व संबंधित अधिकारियों के मोबाइल फोन पर आ जाता है. और पराली जलाने वाले किसान के खिलाफ कार्यवाही की जाती है. इस खबर को देखकर आप भी सतर्क और चौक्कने हो जाइए जिससे कि आपके खिलाफ कोई कार्रवाई न हो सके. और जिस तरह प्रदूषण का स्तर खतरे से भी ऊपर पहुंच रहा है. लोगों को साथ लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
कृषि अधिकारी मनवीर सिंह ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में पराली के जलाने के कारण प्रदूषण के चलते आबोहवा जहरीली हो गई है. प्रदूषण का आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया है. जिसके चलते अब ऐसे किसानों पर सैटलाइट के जरिए निगरानी की जा रही है. जिससे अगर कोई किसान अपने खेत में फसल के अवशेष या पराली जलाता पाया जाता है. तो सेटेलाइट उस लोकेशन को खेत में जल रहे फसल के अवशेषों को फोटो खींचकर गौतम बुध नगर कृषि अधिकारी के मोबाइल पर उनकी लोकेशन और फोटो भेज दी जाएगी. जिससे कि किसान पराली में लगाई गई आग को झुठला ना सके.
फोटो लोकेशन के जरिए किसान के खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करता की जा सके. सेटेलाइट के जरिए ही जेवर क्षेत्र में तकरीबन 6 लोगों पर पराली जलाने को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया है. ऐसे किसानों पर प्रशासन सेटेलाइट के जरिए नजर बनाए हुए हैं वही कृषि विभाग की कई टीमें जनपद में गांव गांव जाकर भ्रमण भी कर रही हैं. अगर कोई किसान पहली बार फसल में आग लगने की गलती करता है तो उस पर जुर्माने की कार्रवाई की जाती है. अगर दोबारा फसल के अवशेष जलाता हुआ पाया जाता है तो किसान के खिलाफ जुर्माने के साथ-साथ जेल की हवालात भी खानी पड़ सकती है.
कृषि अधिकारी मनवीर सिंह ने बताया कि सेटेलाइट के साथ-साथ हमारी कई टीमें जनपद में किसानों पर निगरानी बनाए हुए हैं. जिससे कि कोई भी किसान फसल के अवशेषों में आग ना लगा सके. जिससे कि प्रदूषण न फैल सके. लगातार दिल्ली एनसीआर का प्रदूषण का स्तर ख़तरे से ऊपर पहुंच रहा है. जिससे उमर दराज बुजुर्ग और अस्थमा व दिल के मरीजों की जान के लिए काफी खतरा बना हुआ है. और देश की आवाम को भी साथ लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.