Water Crisis in Supertech ORB Society Noida: नोएडा के सेक्टर-74 स्थि सुपरटेक ओआरबी सोसायटी के लोग इस गर्मी में पिछले कुछ दिनों से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. सोसायटी में पीने के पानी की व्यवस्था न होने से लोगों को बाजार से बोतल खरीदकर या टैंकर के सहारे गुजारा करना पड़ रहा है.


यहां के रेजिडेंट्स का कहना है कि वे इस समस्या से काफी समय से जूझ रहे हैं. सोसायटी में करीब डेढ़ साल से रहने वाले एक रेजिडेंट ने बताया कि बिल्डर सुपरटेक यहां साफ पानी की सप्लाई नहीं कर पा रहा है. वह अपर्याप्त वॉटर सप्लाई के लिए फंड न होने का हवाला देता है. वहीं दूसरी तरफ पानी में टीडीएस का स्तर 2000 से ऊपर है, जो रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) ट्रीटमेंट के लिए भी खराब है. इतना टीडीएस होने की वजह से आरओ कंपनियां भी यहां सर्विस देने से इनकार कर रही हैं.


बाजार से पानी खरीदकर कर रहे गुजारा


इसी सोसायटी में रहने वाले एक अन्य रेजिडेंट ने बताया कि अब लोगों को बाहर से पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. पहले घर खरीदने के लिए मोटी कीमत चुकाई और अब यहां रहने के लिए, पानी पीने के लिए कीमत चुका रहे हैं. हम पूरी तरह से बिल्डर की ओर से ठगा महसूस करते हैं. इस रेजिडेंट ने यहां सुरक्षा संबंधी मुद्दों के बारे में भी बताया.


नोएडा अथॉरिटी ने बिल्डर को ठहराया जिम्मेदार


इस मामले में नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि पानी की इस समस्या के लिए बिल्डर जिम्मेदार है. बिल्डर ने 535 पानी के कनेक्शन लिए थे, जबकि इस सोसायटी में वास्तविक निवासियों की संख्या 4000 से अधिक है. सुपरटेक का मेंटिनेंस डिपार्टमेंट कथित तौर पर नोएडा अथॉरिटी से मिलने वाले पानी में ग्राउंड वॉटर मिलाकर घरों में सप्लाई करता है. इसी वजह से समस्या हो रही है. वहीं सुपरटेक की तरफ से इस सोसायटी में मेंटिनेंस के प्रबंधक प्रिंस का कहना है कि वह अथॉरिटी से मिलने वाले पूरे पानी को सप्लाई कर देते हैं. उनकी भूमिका रखरखाव तक ही सीमित है.


बिल्डर पर लगाया पानी चोरी करने का आरोप


लोगों ने बताया कि पॉश हाउसिंग सोसाइटी में रहने के बावजूद रेजिडेंट्स को बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. लोगों ने इसकी शिकायत डीएम से भी की. इसके बाद डीएम ने सुपरटेक पर जुर्माना भी लगाया है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है. स्थानीय लोगों ने बिल्डर पर पानी चोरी का आरोप लगाया है, उनका आरोप है कि अथॉरिटी की ओर से आने वाले पानी में बिल्डर ग्राउंड वॉटर मिलाता है. उम्मीद है कि नोएडा अथॉरिटी जल्द ही कार्रवाई करेगी.


हेल्थ के लिए खतरनाक है 2000 टीडीएस लेवल


टीडीएस के इस स्तर को डॉक्टर हेल्थ के लिए खतरनाक मानते हैं. एक डॉक्टर ने बताया कि 2000 से ऊपर के टीडीएस स्तर वाले पानी का सेवन करने से गुर्दे की पथरी, दांतों का रंग खराब होना, हड्डियों की कमजोरी और यहां तक ​​कि दिल संबंधी बीमारियां भी हो सकती हैं.


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