Wayanad Bypoll 2024: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार (23 अक्टूबर) को वायनाड लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर दिया है. इसी के साथ उन्होंने अपनी चुनावी पारी का आगाज कर दिया है. उनके नामांकन के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पति रॉबर्ट वाड्रा, पुत्र रेहान राजीव वाड्रा के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. 


इसी बीच बीजेपी ने आरोप लगता है कि गांधी पारी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का 'सरेआम अपमान' किया है. वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को सिरे से नकार दिया है. आइये जानते हैं कि क्या सच में नामांकन के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे का अपमान हुआ था. 


बीजेपी के नेताओं ने शेयर किया वीडियो 


बीजेपी के तमाम नेताओं ने मल्लिकार्जुन खरगे का एक वीडियो शेयर किया था. इस वीडियो में कमरे के बाहर से भीतर झांकते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया पर लिखा था, "जब आप खरगे हों, लेकिन घर के नहीं!!!'


जानें क्या है सच 


प्रियंका गांधी के नामांकन के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी आगे बैठे थे, जबकि सोनिया गांधी पीछे बैठीं थीं. कुछ देर बाद ही मल्लिकार्जुन खरगे ने बहुत आग्रह करके सोनिया गांधी को अपनी सीट पर बिठाया और खुद पीछे की कुर्सी पर चले गए थे. ये देखने के बाद राहुल गांधी भी उनके के साथ दूसरी कतार में बैठे. इसी दौरान खरगे को प्यास लगी तो राहुल गांधी गेट के बाहर खड़े उनकी टीम को पानी लाने का निर्देश देने तक गए. 


वहीं, रोडशो के बाद और नामांकन के पहले सभी नेता सभा को संबोधित कर रहे थे. प्रियंका और राहुल के बाद खरगे बोल रहे थे तभी प्रियंका को उनकी टीम ने जानकारी दी कि नामांकन का समय हो गया है. इसके बाद प्रियंका फौरन उठीं और अपने पति और बेटे के साथ डीसी ऑफिस पहुंच गईं और नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई. 


पहला सेट जब तक जमा हुआ तब तक पीछे से सोनिया गांधी, खरगे और राहुल पहुंच गए. चूंकि प्रक्रिया चल रही थी ऐसे में तीनों नेताओं को कुछ पल इंतज़ार करना पड़ा. एक एक कर पहले सोनिया गांधी फिर राहुल गांधी नामांकन कक्ष में दाखिल हुए. कमरे में उम्मीदवार के अलावा चार लोग हो गए थे. नियम के मुताबिक कोई और नहीं आ सकता था. ये बात जब रॉबर्ट वाड्रा और रेहान को बताई गई और दोनों फौरन बाहर निकल गए जिसके साथ खरगे अंदर आ गए और उन्हें प्रियंका के साथ वाली कुर्सी पर बिठाया गया. लेकिन इस दौरान कुछ पलों की तस्वीरों के बहाने से बीजेपी गांधी परिवार पर खरगे के अपमान का आरोप लगा रही है.


प्रणव झा ने भी दिया था जवाब


बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कांग्रेस सचिव और पार्टी अध्‍यक्ष के कार्यालय में संचार के प्रभारी, प्रणव झा ने सोशल मीडिया पर लिखा था, "'ये देश के केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री हैं. एक तरह से यह हमारे देश और मोदी सरकार के सांस्कृतिक राजदूत हैं. इन्हें भी मालूम होगा कि नामांकन दाखिल करते वक्त निश्चित संख्या (यहां पर 5) में लोग अंदर जा सकते हैं. DM का कमरा CCTV की चुनाव आयोग की निगरानी में होता है इसलिए वो चाह कर भी नियम की अनदेखी नहीं कर सकते. ना ही हमारे नेता उन पर कोई दवाब बनाना चाहते थे. अब इन माननीय और इनके प्रजाति के अन्य अनगिनत माननीयों के आचरण पर कोई क्या कहे! इन्हें इसी फूहड़पने और चारण- नृत्य का पारितोषिक मिलता है. शायद इसी अमृत काल की परिकल्पना आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने की थी.'