Wayanad Landslide: लैंडस्लाइड से अब तक 167 मौत, रेस्क्यू के लिए तीनों सेनाएं जुटीं, राहुल-प्रियंका वायनाड के लिए रवाना
Wayanad Landslide:वायनाड में लैंडस्लाइड से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुंडक्कई में रस्सियों और सीढ़ियों की मदद से पुल बनाया गया है, ताकि लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके.
Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से लैंडस्लाइड में 167 लोगों की मौत हो गई है, जबकि अभी भी 200 से ज्यादा लोग लापता हैं. 100 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वायनाड में सोमवार (29 जुलाई) की देर रात लैंडस्लाइड हुई थी.इसमें मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों पूरी तरह से बर्बाद हो गए. यहां में घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां सब बह गए.
1 हजार लोगों का किया गया रेस्क्यू
लोगों की मदद के लिए आर्मी, एयरफोर्स, NDRF, SDRF, पुलिस और डॉग स्क्वॉड की टीमें लगी हुई हैं. अभी तक करीब एक हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया, जबकि 3 हजार लोगों को राहत शिविर में भेज दिया गया है. मुंडक्कई में लोगों की मदद करने के लिए रस्सियों और सीढ़ियों का उपयोग करके छोटे पुल बनाए गए हैं, ताकि जरूरतमंद लोगों के पास पहुंचा जा सके. अस्थायी पुलों के जरिये महिलाओं और बच्चों सहित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
बनाया जा रहा है बेली ब्रिज
बचाव अभियान को तेज करने के लिए मुंडक्कई और चूरलमाला में 190 फीट लंबा बेली पुल बनाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि गुरुवार तक यह पुल बन जाएगा. इस पुल को नदी के घाट के साथ बनाया जा रहा है. इसके बनते ही बचाव कार्य में तेजी आएगी. कन्नूर हवाई अड्डे पर पहुंचाई गई राहत साम्रगी को 17 ट्रकों से वायनाड लाया जा रहा है.
राहुल और प्रियंका भी आ रहे हैं वायनाड
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी वायनाड भी के लिए रवाना हो गए हैं. वो यहां पर पीड़ित लोगों से मुलाकात करेंगे. इससे पहले भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम की वजह से वो अपने दौरे को रद्द करना पड़ा था.
बनाए गए हैं 82 रिलीफ कैंप
केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन भी वायनाड के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा, ' कैबिनेट मीटिंग के दौरान हमने वहां के हालात के जायजा लिया है. हम आदिवासी परिवारों को रिलोकेट कर रहे हैं और जो वहां से नहीं जाना जाते हैं, उन्हें खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. अभी तक 1592 लोगों को बचा लिया गया है. यहां पर 82 रिलीफ कैंप लगाए गए हैं.