Wayanad landslides: इसरो और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने हाल ही में केरल के वायनाड की सैटेलाइट तस्वीर ली, जिसमें वायनाड में भूस्खलन से हुआ विनाश दिखाई पड़ रहा है. इसरो ने एक अनुमान पेश करते हुए कहा कि 13 फुटबॉल मैदान जितनी जगह में तबाही मची है. कहा गया कि भूस्खलन से हुई तबाही वाली जगह में 13 फुटबॉल के मैदान बनाए जा सकते थे. 


सैटेलाइट डेटा पर आधारित आंकड़ों से पता चलता है कि केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में करीब 86,000 वर्गमीटर एरिया मलबे में तब्दील हुआ. फीफा के नियमों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैदान का आकार 6,400 वर्ग मीटर होना चाहिए. दरअसल फीफा के मैदान के लिए तय वर्गमीटर पर ही 13 फुटबॉल मैदान जितनी तबाही वाली बात कही जा रही है. 


सैटेलाइट डेटा में कही गई ये बात


एक सैटेलाइट डेटा में कहा गया कि केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद ली गई तस्वीर में करीब आठ किलोमीटर जितना लंबा एरिया नदी में समा गया. वहीं इसरो ने कहा कि मलबे की वजह से नदी के किनारों को भी नुकसान पहुंचा. बता दें कि बीते मंगलवार (30 जुलाई) को केरल के वायनाड में भूस्खलन ने भारी तबाही जिसमें कई लोगों की मौत हुई जबकि कई अन्य घायल हुए.


जारी रहेगा बचाव अभियान- मुख्यमंत्री विजयन


केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गुरुवार (01 अगस्त) को कहा कि वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित मुंडक्कई क्षेत्र में बचाव अभियान अभी कुछ और दिन तक जारी रहेगा. विजयन ने बचाव प्रयासों के समन्वय के लिए चार मंत्रियों वाली एक मंत्रिमंडीय उपसमिति भी गठित की. चारों मंत्री बचाव अभियान में समन्वय के लिए वायनाड में ही ठहरेंगे।  वायनाड में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिसके परिणास्वरूप अब तक 173 लोगों की मौत हो चुकी है.


विजयन ने सर्वदलीय बैठक के बाद बचावकर्मियों, खासकर भारतीय सेना के प्रयासों की प्रशंसा की और संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने (बचावकर्मियों ने) सराहनीय काम किया है. मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि सेना के जवानों के मुताबिक मलबे से जिन लोगों को बचाया जा सकता था, उन्हें बचा लिया गया है.  मुख्यमंत्री ने कहा, “बहुत सारे लोग लापता हैं.


हमने क्षेत्र के कई हिस्सों से बहुत सारे शव बरामद किए हैं. बचावकर्मियों ने चालियार नदी से कई शव बरामद किए हैं. कई शवों के अंग भी बरामद किए गए हैं. ”उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में अभी कुछ और दिन लगेंगे.विजयन ने कहा, ‘‘यह बचाव प्रयास ऐसा नहीं है, जो चंद दिन में पूरा हो जाएगा. अब भी 12 मंत्री वायनाड में डेरा डाले हुए हैं.


(इनपुट भाषा से भी)


ये भी पढ़ें: वायनाड पहुंचे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, लैंडस्लाइड पीड़ितों से की मुलाकात; जाना लोगों का दर्द