वक्त के साथ टूटती उम्मीदों के बीच अपनों को तलाश रहीं आंखें, जानिए केरल, उत्तराखंड, हिमाचल का दर्द
Wayanad Landslides: हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने से कई जगह लैंडस्लाइड हुआ, जिससे कई लोग मारे गए, जबकि कई घायल हैं. वहीं, केरल के वायनाड में भी भूस्खलन से भारी तबाही हुई है.
Keral, Uttarakhand and Himachal Pradesh Disaster: भारत के तीन राज्यों में जुलाई के अंत में मौसम की ऐसी मार पड़ी, जिसकी चोट अब भी जारी है. बेशक हादसे के बाद जुलाई खत्म हुआ और अगस्त के रूप में नया महीना शुरू हो चुका है, लेकिन यहां के लोगों की टीस पुरानी ही है. इन राज्यों के हजारों लोगों की जिंदगी अब भी वहीं रुकी है. इनकी आंखें अब भी अपनों को इस उम्मीद में तलाश रही हैं कि अचानक वो सामने आएंगे.
हम बात कर रहे हैं केरल, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की. इन तीनों ही राज्यों ने पिछले एक हफ्ते में ऐसी त्रासदी देखी है जिसे शायद ही कभी भुलाया जा सकेगा. केरल के वायनाड में जहां लैंडस्लाइड से मरने वालों का आंकड़ा 361 से ऊपर जा चुका है तो वहीं हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से 9 लोगों की मौत हुई है, जबकि 45 लापता हैं. इनकी तलाश अब भी जारी है. दूसरी तरफ उत्तराखंड में बारिश और लैंडस्लाइड से 15 लोग की मौत हो चुकी है, जबकि 49 से ज्यादा लापता हैं.
वायनाड में लैंडस्लाइड
बता दें कि 30 जुलाई को वायनाड के मेप्पाडी, मुंडक्कई टाउन और चूरलमाला में तीन बड़े भूस्खलन होने से पूरा गांव ही तबाह हो गया. शनिवार को मरने वालों की संख्या 358 तक पहुंच गई थी, जबकि बचाव दल मलबे के नीचे से शव और शरीर के अंगों को निकालने में अब भी लगे हुए हैं.
उत्तराखंड में बादल फटा
उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश और बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है. यहां 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 49 से ज्यादा लोग लापता हैं. इनकी तलाश की जा रही है. केदारनाथ में फंसे करीब 3 हजार यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक, बुधवार रात तेज बारिश और बादल फटने के कारण लिंचोली, भीमबली, घोड़ापड़ाव और रामबाड़ा सहित कई स्थानों पर मार्ग बह गया जबकि अन्य जगहों पर पहाड़ी से भूस्खलन और बड़े-बड़े पत्थर गिरने से रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया.
हिमाचल में बादल फटने से 9 की मौत
हिमाचल प्रदेश में 1 अगस्त 2024 को शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटने से भारी तबाही मची है. 9 लोगों की मौत के अलावा 50 से अधिक लोग लापता हैं. यहां 60 से अधिक घर बह चुके हैं. कई घर पूरी तरह डैमेज हो गए हैं. राज्य में लापता लोगों की तलाश में सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), पुलिस और होमगार्ड की टीम के कुल 410 बचावकर्मी ड्रोन की मदद से खोज अभियान चला रहे हैं. यहां 114 सड़कें बंद गई हैं. मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए 7 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
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