नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी आज अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर हैं. राहुल ने आज केरल के वायनाड में किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भारत के किसान जिस मुश्किल का सामना कर रहे हैं उसे पूरा देश देख रहा है. केंद्र सरकार किसानों के दर्द को नहीं समझ रही. कृषि कानून खेती की व्यवस्था को बर्बाद करने और इस व्यवसाय को मोदी जी के 2-3 दोस्तों को देने के लिए बनाए गए हैं.
उन्होंने कहा, "संसद में जो मैंने भाषण दिया था, उसमें मैंने हिंदी में कहा था, 'हम दो हमारे दो'. इस सरकार में दो लोगों ने सरकार से बाहर के दो लोगों के साथ साझेदारी की हुई है." राहुल ने आज वायनाड में एक ट्रैक्टर रैली भी की.
राहुल ने कहा कि ये लोग इन तीन कानूनों को तब तक वापस नहीं लेंगे जब तक इन्हें मजबूर नहीं किया जाता और इसका एक कारण है. कारण बताते हुए उन्होंने कहा, "कारण ये है कि ये तीनों कृषि कानून भारत की कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने के लिए और पूरा व्यवसाय नरेंद्र मोदी के दो-तीन दोस्तों को सौंपने के लिए तैयार किए गए हैं.
आपको बता दें कि करीब 90 दिनों से दिल्ली के कई बॉर्डरों पर हज़ारों किसान केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार से कई दौर की बातचीत के बाद भी सरकार और किसान संगठनों के बीच कानूनों को लेकर गतिरोध बरकरार है. किसानों की मांग है कि सरकार एमएसपी की गारंटी को लेकर कानून बनाए और तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले. हालांकि केंद्र कानून वापस लेने को तैयार नहीं है. किसानों की मांग को लेकर राहुल गांधी भी लंबे समय से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं.
पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र पर राहुल का वार
पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों को लेकर भी आज राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "पेट्रोल पंप पर गाड़ी में तेल डालते समय जब आपकी नजर तेजी से बढ़ते मीटर पर पड़े, तब ये जरूर याद रखिएगा कि कच्चे तेल का दाम बढ़ा नहीं, बल्कि कम हुआ है. पेट्रोल 100 रुपए लीटर हो गया है. मोदी सरकार आपकी जेब खाली करके ‘मित्रों’ को देने का महान काम मुफ्त में कर रही है."
केरल में वर्तमान राजनीतिक स्थिति
केरल में विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस के पक्ष में हवा बनानी शुरू कर दी है. केरल में विधानसभा की 140 सीटें हैं. वर्तमान में यहां सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) की सरकार है और पिनाराई विजयन मुख्यमंत्री हैं. पिछले चुनाव में एलडीएफ को 91 और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को 47 सीटें मिली थीं. यहां बहुमत के लिए 71 सीटें चाहिए.
पेट्रोल की कीमत पर राहुल गांधी का हमला, बोले- आपकी जेब खाली कर ‘मित्रों’ का खजाना भर रही सरकार