बंगाल चुनावः लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बने फुरफुरा शरीफ के चीफ अब्बास सिद्दीकी, सोनिया गांधी तक पहुंची बात
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा है कि कांग्रेस-लेफ्ट के गठबंधन में अब्बास सिद्दीकी को भी शामिल किया जाए.
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीतिक गतिबिधियां तेज हो गई है. कोई नेता अपने विरोधियों पर लगातार हमलावर हैं तो कोई अपनी राजनीतिक समझबूझ का इस्तेमाल कर बंगाल की धरती पर लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. कोई पाला बदल रहा है तो कोई किसी से गठबंधन कर रहा है. इसी क्रम में बंगाल कांग्रेस के नेता अब्दुल मन्नान ने फुरफुरा शरीफ के चीफ अब्बास सिद्दिकी के साथ गठबंधन की बात कही है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे खत में उन्होंने कहा कि लेफ्ट और कांग्रेस की गठबंधन में फुरफुरा शरीफ को भी शामिल किया जाए.
सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में इस बात का जिक्र है कि कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन में इंडियन सेकुलर फ्रंट के साथ गठबंधन किया जाए. इंडियन सेकुलर फ्रंट के चीफ अब्बास सिद्दिकी है. चिट्ठी में इस बात का जिक्र है कि बंगाल प्रदेश कांग्रेस मान रही है कि लेफ्ट-कांग्रेस और इंडियन सेकुलर फ्रंट की गठबंधन होने पर इस चुनाव में कुछ अलग देखने को मिल सकता है.
मौके की नजाकत को देखते हुए कांग्रेस ने अब्बास सिद्दिकी से गठबंधन की बात कही है. बता दें कि अब्बास सिद्दीकी की रैली और रोड शो में भारी संख्या में भीड़ जुटती है. इंडियन सेकुलर फ्रंट मुस्लिमों के साथ साथ पिछड़े वर्ग के लोग, अनूसूचित जाती, अनुसूचित जनजाति के लिए काम करने का एलान किया है.
मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर जैसे जिलों के कई मुस्लिम बहुल सीटों पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर होते जा रही है. इसलिए माना जा रहा है कि कांग्रेस अब अब्बास सिद्दीकी की पार्टी से हाथ मिलाना चाहती है. अगर लेफ्ट, कांग्रेस और अब्बास सिद्दीकी की पार्टी का ये गठबंधन मूर्त रूप ले लेता है तो बंगाल की राजनीति में टीएमसी के लिए खतरे की घंटी होगी.
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