(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
SSC Scam: ममता के मंत्री पर CBI ने कसा शिकंजा, लापता मानिक भट्टाचार्य के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
WB SSC Scam: शिक्षक भर्ती घोटाले में मानिक भट्टाचार्य का नाम आने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने उन्हें प्राथमिक शिक्षा परिषद के चेयरमैन के पद से बर्खास्त कर दिया था.
CBI Lookout Noitce Against Manik Bhattacharya: पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WB SSC) के अध्यक्ष पद से हाल ही में हटाए गए तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक मानिक भट्टाचार्य (Manik Bhattacharya) के खिलाफ सीबीआई (CBI) ने लुकआउट नोटिस (Lookout Notice) जारी किया है. टीएमसी विधायक मानिक भट्टाचार्य काफी समय से लापता बताए जा रहे हैं.
बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पूछताछ के लिए, उन्हें कई बार नोटिस भेजा गया, लेकिन वह केंद्रीय एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए. उन्हें 10 अगस्ते को नोटिस भेजा गया था, लेकिन उन्होंने उसका जवाब नहीं दिया. जांच एजेंसी ने उनकी तलाश में कई जगहों पर दबिश भी मारी, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला. बताया जा रहा है कि मानिक भट्टाचार्य अंडर ग्राउंड हो गए हैं, इसलिए सीबीआई ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है.
लापता हैं टीएमसी विधायक मानिक भट्टाचार्य
बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाला (Teacher Recruitment Scam) मामले को लेकर 22 जुलाई को मानिक भट्टाचार्य के घर पर छापेमारी की गई थी. एजेंसी ने करीब 17 घंटे तक उनके घर की तलाशी ली थी, जिसमें एजेंसी को कुछ घोटाले से संबंधित कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे थे. इसके पांच दिन बाद दिन बाद मानिक को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. वह जांच एजेंसी के सामने पेश भी हुए, जहां उनसे घंटों पूछताछ की गई. इसके बाद से मानिक को दो बार नोटिस भेजा जा चुका है, लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया.
कोर्ट ने की ये कार्रवाई
बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाले में मानिक भट्टाचार्य का नाम आने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने उन्हें प्राथमिक शिक्षा परिषद के चेयरमैन के पद से बर्खास्त कर दिया था. साथ ही अदालत ने मानिक और उनकी पत्नी, बेटी और बेटे की संपत्ति का ब्यौरा कोर्ट के समक्ष पेश करने का निर्देश जारी किया था.
क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के ठिकानों से ईडी ने 50 करोड़ रुपये और कई किलो सोना बरामद किया था, जिसके बाद पार्थ चटर्जी को चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. बता दें कि यह घोटाला साल 2014 का है. उस समय पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमिश्न ने पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती निकाली थी. उस समय पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थी. पार्थ चटर्जी पर आरोप है कि उन्होंने पैसे लेकर कई लोगों को शिक्षक की नौकरी दी.
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