मुंबई: महाराष्ट्र निकाय चुनावों में शिवसेना अकेले चुनाव लड़ने जा रही है. शिवसेना और बीजेपी में विवाद कम होता दिखाई नहीं दे रहा है. शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री रामदास कदम ने आज कहा कि वह और उनके सहयोगी इस्तीफा अपनी जेब में लेकर घूम रहे हैं. अब इंतजार है तो पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के निर्देशों का.


शिवसेना के मंत्रियों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की जिसके बाद कदम ने कहा 'हम इस्तीफा जेब में लेकर घूम रहे हैं. जब भी उद्धवजी कहेंगे, हम इस्तीफा दे देंगे.' सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों से धार्मिक तस्वीरों को हटाने का निर्देश दिया था. जिसे रद्द करने की मांग को लेकर शिवसेना के मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की.


उन्होंने कहा कि फडणवीस ने संसद के बजट सत्र से पहले सांसदों की जो सर्वदलीय बैठक बुलाई है, वे उसका भी बहिष्कार करेंगे. मुंबई और पूरे महाराष्ट्र में आगामी निकाय चुनावों में बीजेपी के साथ गठबंधन करने पर कई दिन तक अनिश्चितता बने रहने के बाद कल ठाकरे ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी इसमें अकेले ही उतरेगी. हालांकि उन्होंने एनडीए सरकार में साझेदारी को बनाए रखने संबंधी सवाल को टाल दिया.


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि चाहे बीजेपी के साथ कोई आए या ना आए लेकिन राज्य में बदलाव होगा जबकि महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख रावसाहेब दानवे ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. इस बीच बीजेपी नेता कीर्ति सोमैया ने आज कहा कि 'बीएमसी घोटालों' पर 'अश्वेत पत्र' जारी करेगी.


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'रास्ते का कोई भी आदमी खड़ा हो जाएगा और सवाल पूछने लगेगा? लोगों को अपनी हद में रहना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'हम महाराष्ट्र को अस्थिर नहीं करना चाहते इसलिए हमें राज्य में कुछ समय के लिए गठबंधन बनाए रखना जरूरी है.'