लोकसभा चुनाव के लिए सभी राज्यों में अलग-अलग पार्टियों से गठबंधन करेगी कांग्रेस: चिदंबरम
2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस गठबंधन बनाने की कोशिश में जुटी है. हालांकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी ने किसी भी दल से गठबंधन नहीं किया है.
नई दिल्ली: 2019 लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के बीच गठबंधन का फॉर्मूला क्या होगा? यह बड़ा सवाल बना हुआ है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि उनकी पार्टी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग पार्टियों से गठबंधन करेगी. मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंचे चिदंबरम ने कहा, ''हमें उम्मीद है कि राज्यवार गठबंधन होगा और अगर गठबंधन की सभी राज्यों में जीत होती है तो यह महागठबंधन की जीत होगी. हमें विश्वास है कि सभी राज्यों में गठबंधन होगा.''
We hope to form state-wise coalitions and if the coalition wins in each state then that is the victory of the 'Mahagathbandhan'. We are confident that we can form coalitions in each state: Congress leader P Chidambaram on 2019 Lok Sabha elections, in Madhya Pradesh's Indore pic.twitter.com/5zlQpky6xW
— ANI (@ANI) November 11, 2018
आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को चुनौती देने के लिए कांग्रेस गठबंधन बनाने की कोशिश में जुटी है. हालांकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी ने किसी भी दल से गठबंधन नहीं किया है. तेलंगाना में कांग्रेस ने चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी से गठबंधन किया है. विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद कई बार हो चुकी है.
आरएसएस पर चिदंबरम का बयान चिदंबरम ने कहा कि आरएसएस कितना भी नकार ले पर ये एक राजनीतिक संस्था है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार आरएसएस पर लगाम लगायेगी. सरकारी कर्मचारियों को इसमें शामिल होने से रोकेंगे. उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए कांग्रेस को समस्या नहीं है. लेकिन यह मामला कोर्ट में है.
चिदंबरम ने एनपीए, जीएसटी के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, ''पहले 2 बार एनपीए की समस्या आई थी. एक बार यशवंत सिन्हा के समय में और एक बार मेरे समय में. पर दोनों बार इसका निपटारा किया गया. इस बार सरकार की असमर्थता के कारण समस्या आई है.'' उन्होंने नोटबंदी को लेकर कहा कि इससे अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है. लाखों नौकरियां और सैकड़ो जानें गई. आज हम ज्वालामुखी पर बैठे हैं. बेरोजगारी ज्वालामुखी है जो कभी भी फट सकता है.