(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajya Sabha: 'हम बच्चे नहीं हैं, 135 करोड़ लोग हम पर हंस रहे हैं...', राज्यसभा में हंगामा कर रहे सांसदों को सभापति की नसीहत
Parliament Winter Session 2022: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. इस पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नाराजगी जताई.
Vice President Jagdeep Dhankhar In Parliament: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के 'कुत्ते' वाले बयान पर संसद में मंगलवार (20 दिसंबर) को जबरदस्त हंगामा हुआ. बीजेपी सांसदों ने खरगे से इस विवादित बयान पर माफी मांगने की मांग की. वहीं खरगे ने इससे साफ इनकार कर दिया. बीजेपी सांसदों ने इसका विरोध किया, जिससे हंगामा शुरू हो गया. इस सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए. धनखड़ ने हंगामा कर रहे सांसदों को सख्त नसीहत दी.
धनखड़ ने हंगामा कर रहे सांसदों को फटकार लगाते हुए इसे गलत व्यवहार बताया. उन्होंने कहा, "जिस तरह से हंगामा हो रहा है, वह गलत है. हंगामा करके हम बहुत गलत उदाहरण पेश कर रहे हैं. हम बच्चे नहीं हैं, हमें 135 करोड़ लोग देखकर हंस रहे होंगे." उन्होंने कहा कि इस तरह से हंगामे से सदन की गरिमा गिरती है. सांसदों की छवि भी खराब होती है. बाहर लोग इसे देखकर हंसते हैं.
सांसदों को धनखड़ की नसीहत
धनखड़ ने गुस्से में कहा, "यहां तक कि आसन की ओर से जो कहा जा रहा है, जो सबके लिए है, उसे भी आप लोग नहीं मान रहे हैं. हम लोगों का माहौल कितना दर्दनाक हो चुका है. मेरा विश्वास करें, 135 करोड़ लोग हम पर हंस रहे हैं. वे सोच रहे होंगे, हैरान हो रहे होंगे. हम किस स्तर तक गिर गए हैं..." सभापति ने सदस्यों से यह भी कहा, "यदि वे सदन में कोई दावा करते हैं, और चाहते हैं कि उसे रिकॉर्ड से हटाया नहीं जाए, तो अपने दावे के समर्थन में दस्तावेज प्रमाण भी पेश करें."
अपने बयान पर कायम रहे खरगे
वहीं, खरगे भी अपने बयान पर कायम रहे. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान दी है. मैंने कहा कि इन लोगों ने देश की एकता के लिए अपनी जान दी है." खरगे ने बीजेपी सदस्यों से पूछते हुए कहा, "तुम लोगों ने देश के लिए क्या किया?" खरगे के टिप्पणी का केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने विरोध किया. गोयल ने कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष को शायद इतिहास याद नहीं है, उनकी पार्टी की वजह से ही जम्मू-कश्मीर की क्या हालत हुई. उनको ये याद नहीं है कि उन्ही के समय चीन ने 38 हजार किमी. भारत की जमीन हड़प ली थी."