नई दिल्ली: लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने आज बीजेपी का दामन थाम लिया. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए इसे एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है. 


जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि किसी को कोई रोक नहीं सकता है. जाने वाले जाते रहते हैं. यह उनका फैसला था, उनका यहां (कांग्रेस पार्टी) भविष्य भी था. हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है.


वहीं उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि जितिन प्रसाद को मान सम्मान कांग्रेस पार्टी ने दी. उनको सांसद बनाया. दो बार केंद्रीय मंत्री बनाया. 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया. 2019 में भी उनको चुनाव लड़ाया गया और अभी हाल ही में बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्य का उनको प्रभारी बनाया. 


उन्होंने आगे कहा, ''इतना मान सम्मान देने के बाद भी अगर कोई नेता पार्टी के साथ वफादारी नहीं करे तो यही विश्वासघात है. मैं समझता हूं कि किसी के आने जाने से फर्क नहीं पड़ता है. कांग्रेस विचारधारा की पार्टी है. कांग्रेस पार्टी किसान, गरीब, युवाओं की आवाज को उठाती रहेगी.''


'सिंधिया के बाद प्रसाद का जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका'
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट किया, ‘‘पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ... और अब जितिन प्रसाद .... कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है क्योंकि हम उन नेताओं को खो रहे हैं जिन्होंने पार्टी को दिया और आगे भी दे सकते थे.’’


उन्होंने यह भी कहा, ‘‘इससे मैं सहमत हूं कि उन्हें कांग्रेस को, खासकर इस मुश्किल समय में नहीं छोड़ना चाहिए था. परंतु कांग्रेस को जन नेताओं की पहचान करके उन्हें मजबूत करना चाहिए ताकि राज्यों में फिर से जीत हासिल की जा सके.’’


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