नई दिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद पर फैसला सुनाकर सुप्रीम कोर्ट ने देश के सबसे पुराने मामले का निपटारा कर दिया. सभी पक्षों ने सुप्रमी कोर्ट के इस फैसला का खुले दिल से स्वागत किया. सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए किसी पक्ष की ओर से ऐसी कोई बात नहीं कही गयी जिससे किती तरह का तनाव फैले या माहौल खराब हो.


इस सब के बीच गुजरात के भरीच से आने वाले बीजेपी मनसुख बसावा ने ऐसा बयान दिया है, जो शायद उनकी पार्टी को ही पसंद ना आए. दरअसल मनसुख बसावा ने सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या में राम मंदिर का रास्ता साफ होने का पूरा क्रेडिट अपनी पार्टी को दे दिया. मनसुख बसावा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से ऐसा फैसला इसलिए आया क्योंकि केंद्र में अपनी यानी बीजेपी की सरकरा है.


लगातार छठी बार भरूच सांसद चुने गए बसावा ने कहा, ''राम जन्मभूमि कितना पुराना मुद्दा था, कितने वर्ष बीत गए. देश आजाद भी न हुआ था उस समय से राम जन्मभूमि का आंदोलन चल रहा था, कितने लोग शहीद हो गए, कितने आंदोलन हुए लेकिन ये मुद्दा अपनी सरकार भारतीय जनता पार्टी की सरकार के केंद्र में होने के कारण ही सुप्रीम कोर्ट को अपने पक्ष में फैसला देना पड़ा.''


बसावा पिछली बार मोदी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं लेकिन राजनीति का चक्कर देखिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी अपनी सरकार से जोड़ रहे हैं, वो भी पीएम मोदी की इस हिदायत के बावजूद की अयोध्या पर फैसले को कोई हार-जीत की नजर से न देखे.