हम आतंकवादी नहीं, भारत से अलग नहीं होना चाहते: फारुख अब्दुल्ला
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व नेता शरद यादव की ओर से आयोजित साझी विरासत कार्यक्रम में पहुंचे फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि हम आतंकवादी नहीं हैं. भारत से अलग नहीं होना चाहते, भारत विरोधी नहीं हैं.
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि हम आतंकवादी नहीं हैं, हम भारत से अलग नहीं होना चाहते हैं. जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व नेता शरद यादव की ओर से आयोजित साझी विरासत कार्यक्रम में पहुंचे अब्दुल्ला ने कहा, ''हम आतंकवादी नहीं हैं. भारत से अलग नहीं होना चाहते, भारत विरोधी नहीं हैं. लेकिन हम उस भारत को तस्लीम नहीं करेंगे जहां बराबरी नहीं है इंसान की, चाहे वो हिंदू हो मुस्लिम हो सिख हो, इसाई हो. वो भारत चाहिए जिसका ख्वाब गांधी ने देखा था.''
Hum aantankwadi nahi hai, Bharat se alag nahi hona chahte,bharat virodhi nahi hain, lekin hum us Bharat ko tasleem nahi karenge jahan barabari nahi hai insaan ki, chahe vo Hindu ho Musalman ho Sikh ho, Isaai ho. Vo Bharat chahiye jiska khwab Gandhi ne dekha tha: Farooq Abdullah pic.twitter.com/DumwTj1MgU
— ANI (@ANI) August 16, 2018
इस कार्यक्रम से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला एम्स पहुंचे. जहां उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हाल जाना. साझी विरासत कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी, आरजेडी नेता जयप्रकाश यादव और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने शिरकत की.
फारुख अब्दुल्ला कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 35-ए के समर्थक रहे हैं. पिछले दिनों उन्होंने कहा था, ''केंद्र सरकार 35-ए के बहाने हमें परेशान करना चाहती है, लेकिन हम इस अनुच्छेद में किसी प्रकार का बदलाव नहीं होने देंगे.' उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ भी यह कह चुकी है कि केंद्र सरकार 35-ए में किसी प्रकार का बदलाव नहीं कर सकती है. इसे जानते हुए भी सरकार इसे लेकर राजनीति कर रही है लेकिन जब तक मैं अपनी कब्र में नहीं चला जाता, जब तक उनके खिलाफ लड़ाई लड़ता रहूंगा.