नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अवैध हथियार फैक्ट्रियों से खरीदे हथियार प्रयोग मे लाए गए थे. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि इन अवैध फैक्ट्रियों मे तमंचा ऑन डिमांड भी बनाया जाता है. अब दिल्ली पुलिस के निशाने पर ऐसे कई सरगना भी हैं जो अवैध हथियार के धंधे में लिप्त हैं. जांच के दौरान सामने आया है कि आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की तर्ज पर अनेक शव ऐसे मिले हैं जो नुकीले हथियारों से बुरी तरह गुदे हुए पाए गए.
दिल्ली हिंसा के दौरान शाहरुख नाम के शख्स का खुलेआम पिस्टल लहराता वीडियो खूब वायरल हुआ था. ऐसे ना जाने कितने अवैध हथियार दंगो मे प्रयोग मे लाए गए. अपनी प्रारंभिक जांच मे पुलिस का मानना है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगो के दौरान जो अवैध हथियार प्रयोग में लाए गए उनमें ज्यादातर हथियार पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अवैध फैक्ट्रियों के बने हुए थे. पुलिस का आंरभिक तौर पर ऐसा इसलिए मान रही है, क्योंकि पिछले साल दिल्ली से लगे यूपी के कई इलाकों से अनेक अवैध हथियारों की फैक्ट्रियां पकड़ी गईं थी और खुद दिल्ली पुलिस ने ऐसी ही एक अवैध फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था तो वहां पकड़े गए लोगों ने खुलासा भी किया था कि उनके ज्यादातर हथियार दिल्ली में ही बिकते हैं.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर महीन में भी दिल्ली पुलिस ने इस तरह के सकेंत दिए थे कि इन फैक्ट्रियों पर लगाम नहीं लगाई गई तो हालात बिगड़ने पर पत्थर नहीं गोलिया चलेंगी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात बिगड़ने पर हुआ भी यही है.
पुलिस के अब तक के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर पूर्व दिल्ली में 11 लोगों की मौत अवैध हथियारों की गोली लगने से हुई है और कई घायलों को भी गोलियां लगी हैं. यह संख्या बढ़ भी सकती है. इसके पहले भी पिछले साल दिल्ली में यूरोप की तर्ज पर गन कल्चर फैला था जब 48 घंटो के दौरान 11 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. लेकिन तब भी दिल्ली पुलिस ने इस धंधे पर लगाम लगाने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया था.
पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि अवैध हथियार फैक्ट्रियों के पकड़े जाने के बाद की गई जांच के दौरान पता चला था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की इन फैक्ट्रियों में तमंचा ऑन डिमांड बनाया जा रहा है और इसकी वजह थी कि इन फैक्ट्रियों से आम आदमी जिस पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है वो हथियार खरीदने लगा था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिनकी मौत गोली लगने से हुई उनके निशान और इसके पहले पकड़ी गईं गोलियों का मिलान भी कराया जा रहा है. जिससे जांच में सहायता मिल सके. पुलिस के निशाने पर ऐसे अनेक हथियार डीलर भी हैं जो यह धंधा करते हैं. एक आला अधिकारी के मुताबिक अब तक बरामद शवों में लगभग आधा दर्जन शव ऐसे हैं जिन पर नृशंसता की सारी सीमाएं पार कर दी गई हैं. जल्द ही पुलिस इस मामले में आरोपियों के पकड़ने का सघन अभियान चलाने जा रही है.
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