Congress Protest: काले कपड़ों में सड़कों पर उतरी कांग्रेस तो अमित शाह ने घेरा, जानिए क्यों अब मच रहा हल्ला, 10 बड़ी बातें
Amit Shah Remark On Congress: राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला. पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया.
Congress Protest Big Points: कांग्रेस के शुक्रवार को महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ काले कपड़ों में किए गए प्रोटेस्ट (Congress Black Clothes Protest) की सियासी सूरत शाम होते-होते बदल गई. पुलिस ने दिन में प्रोटेस्ट के दौरान कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को हिरासत में रखा, वहीं ढलते सूरज के वक्त केंद्रीय गृहमंत्री के एक बयान से प्रोटेस्ट की मंशा पर ही सवाल खड़े कर दिए.
अमित शाह (Amit Shah) ने कांग्रेस के महंगाई और बेरोजगारी वाले इस प्रोटेस्ट को राम मंदिर के खिलाफ छिपा हुआ विरोध करार दिया, वहीं कांग्रेस ने भी पलटवार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कांग्रेस नेताओं ने गृहमंत्री के बयान को बीमार दिमाग की उपज तक कह दिया. ऐसे में दोनों ही तरफ से सियासी वार जमकर हुए. जानिए प्रोटेस्ट से जुड़ी सभी अहम बातें.
- कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के दायरे में लाए जाने के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन किया, जिसके बाद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया. पार्टी के प्रदर्शन में शामिल हुए नेताओं ने काले रंग के कपड़े पहन रखे थे.
- राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला. हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रधानमंत्री आवास के घेराव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ‘24 अकबर रोड’ स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचीं, जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया. हिरासत में लिए जाने से पहले वह कुछ देर तक सड़क पर ही धरने पर बैठ गई थीं.
- दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित पार्टी के कई नेताओं को पुलिस ने लगभग छह घंटे तक हिरासत में रखा. दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया कि दिल्ली में सीआरपीसी की धारा 144 लागू है. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों को उनके कर्तव्यों का पालन करने से रोकने की कोशिश की. उनके साथ मारपीट करके उन्हें घायल कर दिया. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही की जा रही है.
- दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को महंगाई समेत अन्य मुद्दों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 50 सांसदों समेत कांग्रेस के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. पुलिस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अधीर रंजन चौधरी को भी हिरासत में ले लिया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शन की शुरुआत अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) कार्यालय के करीब से हुई.
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेताओं के विरोध को पार्टी की ‘‘तुष्टिकरण’’ की राजनीति से जोड़ा. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन इसलिए किया गया, ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2020 में इस दिन राम मंदिर की नींव रखे जाने का विरोध किया जा सके. शाह ने कहा, ‘‘आज का दिन कांग्रेस ने इसलिए काले कपड़ों में विरोध के लिए चुना, क्योंकि वे इसके माध्यम से संदेश देना चाहते हैं कि हम राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और अपनी तुष्टिकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं.
- अमित शाह ने कहा कि आज ही के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने राम जन्मभूमि मंदिर का शिलान्यास करके 550 वर्ष पुरानी समस्या का शांतिपूर्ण समाधान निकाला था. मंदिर का निर्माण अब तेजी से चल रहा है. शाह ने दावा किया कि कांग्रेस मंदिर निर्माण पर अपना विरोध जता रही है और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और महंगाई के मुद्दे तो महज बहाना हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस खुले तौर पर मंदिर का विरोध नहीं कर सकती थी, इसलिए उसने एक गुप्त संदेश देने की कोशिश की है.
- जब बात राम मंदिर की उठी तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कांग्रेस के प्रोटेस्ट को लेकर नाराजगी जाहिर कर दी. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के प्रोटेस्ट पर कहा कि आज भारत की आस्था को अपमानित करने वाला कांग्रेस का आचरण अत्यंत निंदनीय है. कांग्रेस पार्टी कई दिनों से आंदोलन कर रही है. अब तक वे सामान्य कपड़ो में प्रदर्शन कर रहे थे. आज कांग्रेसियों ने काले कपड़ो में जो प्रदर्शन किया है यह रामभक्तों का अपमान है
- वहीं गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर उन पर निशाना साधते कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि अमित शाह ने उसके (कांग्रेस के) शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने का घृणित प्रयास किया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'आज महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ कांग्रेस के लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को बदनाम करने एवं इससे ध्यान भटकाने का गृह मंत्री ने घृणित प्रयास किया.' उन्होंने दावा किया, 'सिर्फ बीमार मानसिकता के लोग ही ऐसे फर्जी तर्क दे सकते हैं. साफ है, आंदोलन से उठी आवाज सही जगह पहुंची है.'
- कांग्रेस ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए उसके नेताओं को रिहा कर दिया गया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हिरासत में लिए जाने के करीब छह घंटे बाद रिहा किया गया है.’’ कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के दायरे में लाए जाने के खिलाफ शुक्रवार को प्रदर्शन किया, जिसके बाद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं और 60 से अधिक सांसदों को हिरासत में ले लिया गया था.
- केंद्र के खिलाफ कांग्रेस के देशव्यापी प्रदर्शन के मद्देनजर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल, बिहार और तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत देश के विभिन्न इलाकों को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया. कांग्रेस की बंगाल इकाई ने कोलकाता में राजभवन के सामने प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी काले कपड़ों में नजर आये और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के दौरान उनकी पुलिसकर्मियों से मामूली झड़प भी हुई.
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