बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 26.8 डिग्री दर्ज किया गया. हवा में नमी का स्तर 46 से 88 फीसद दर्ज किया गया. इस सीजन में दिल्ली में 467.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो "सामान्य" श्रेणी में है. 1 जून से मानसून की बारिश की बात करें तो यह भी 31.2 फीसदी कम रही है. दिल्ली में यह सितंबर सबसे कम बारिश वाले सालों में शुमार हो सकता है.
बीते दिनों मानसून की अक्षीय रेखा का पश्चिमी सिरा अपनी सामान्य स्थिति में था, लेकिन बंगाल की खाड़ी या अरब सागर से पर्याप्त नमी उत्तर भाग में लाने में सक्षम नहीं रहा. इसकी वजह से दिल्ली और इसके आसपास वालों इलाकों में गर्मी और उमस लोगों को परेशान कर रही है.
स्काईमेट ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे ओडिशा के इलाकों में विकसित हो रहा है. इस वजह से दो सप्ताह तक बंगाल की खाड़ी औऱ अरब सागर दोनों तरफ से मानसूनी हवाएं उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल से लेकर राजस्थान तक चलती रहेंगी. इसका असर उत्तर भारत से लौट रहे मानसून पर पड़ेगा.
आम तौर पर दिल्ली से मानसून की वापसी 21 सितंबर तक हो जाती है लेकिन इस बार मानसून 15 दिन देरी से लौटेगा. हालांकि इसका ज्यादा असर दिल्ली के मौसम पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि राजधानी में ज्यादा बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं.
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