Weather Forecast: दिल्ली में बुधवार (24 जुलाई, 2024) सुबह मौसम तब सुहाना हो गया, जब सुबह झमाझम बारिश हुई. सुबह साढ़े छह बजे के आस-पास राष्ट्रीय राजधानी और आस-पास के इलाकों में घुप्प अंधेरा छा गया था और फिर घनघोर बारिश हुई. पानी गिरने से न सिर्फ चिपचिपी उमस वाली गर्मी से लोगों को निजात मिली बल्कि तापमान में भी गिरावट आई. हालांकि, कुछ इलाकों में बारिश के बाद जलभराव की समस्या देखने को मिली. जगह-जगह गड्ढों में बारिश का पानी भर गया और जहां मिट्टी आदि थी, वहां कीचड़ हो गया.


आईएमडी ने अगले दो दिनों के लिए राष्ट्रीय राजधानी के लिए "येलो" अलर्ट जारी किया है. विभाग के अफसरों की ओर से पूर्वानुमान जताया गया कि दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बागपत और इर्द-गिर्द के इलाकों में मध्यम से भारी वर्षा आगे हो सकती है. इस दौरान हल्की-फुल्की गर्जना की भी संभावना है. 














दिल्ली में पिछले दो में ऐसा रहा मौसम


दिल्ली में एक दिन पहले के मौसम की बात करें तो मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था, जो इस मौसम में सामान्य माना जाता है. आईएमडी ने दिन में दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया, जबकि सोमवार को भी शहर के कुछ हिस्सों में बारिश हुई थी, जिससे लोगों को उमस भरे मौसम से खासा राहत मिली थी.


महाराष्ट्र में भी गिरा पानी, छत्तीसगढ़ भी बेहाल!


इस बीच, महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे और कल्याण में भी बुधवार सुबह रुक-रुककर तेज बारिश हुई. हालांकि, अच्छी बात यह रही कि फिलहाल वहां से जलजमाव की कोई खबर नहीं आई है. अन्यथा जिन इलाकों में अभी पानी गिर रहा है, वहां मॉनसून में जलजमाव लोगों के साथ स्थानीय प्रशासन के लिए बड़ी चिंता का विषय बन जाता है. बारिश और बाढ़ ने इसके अलावा छत्तीसगढ़ का हाल भी बेहाल कर रखा है. वहां के कई इलाकों में सड़कें जलगमग्न हैं. ऐसे में पता ही नहीं चलता कि कहां पुल है और कहां जमीन है. 


कल कैसा रहेगा मौसम? IMD ने बताया


भारत मौसम विज्ञान विभाग की दैनिक मौसम परिचर्चा में मंगलवार को जानकारी दी गई कि गुरुवार (25 जुलाई, 2024) को उत्तर पश्चिम भारत (खासतौर से मैदानी क्षेत्रों) में भारी वर्षा में हल्की सी कमी आएगी. पंजाब, हरियाणा और यूपी में बारिश होगी, जबकि पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश हो सकती है.


आईएमडी के अनुसार, जम्मू कश्मीर में हल्के स्तर की वर्षा होगी और उस दौरान बिजली भी गरज सकती है. राजस्थान में हल्की से मध्य वर्षा हो सकती है, गुजरात में बारिश में थोड़ी कमी आ सकती है और ओडिशा में पानी गिरता रहेगा. वहीं, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी हल्की से मध्य वर्षा की संभावना जताई गई है.


विभाग की दैनिक परिचर्चा के दौरान आगे मौसमी गतिविधियों से जुड़े एक्सपर्ट ने यह भी बताया गया कि पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो वहां भारी वर्षा का दौर जारी रहेगा. ये स्थिति असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर और त्रिपुरा में देखी जा सकती है, जबकि दक्षिणी भारत के केरल में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका जताई गई है. 


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