श्रीनगर: मौसम में सुधार के साथ ही लद्दाख को कश्मीर और बाकी देश से जोड़ने वाली सड़क से बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है. अगर ताज़ा बर्फ बारी नहीं हुई तो मार्च के आखिर तक सड़क को आम लोगो के लिए खोल दिया जाएगा. सड़क को यातायात के काबिल बनाने वाली बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन के अनुसार इस साल सड़क पर भारी बर्फबारी हुई, जिस वजह से अभी भी बीस से तीस फीट बर्फ सड़क के ज्यादातर हिस्से में मोजूद है.


कश्मीर घाटी को लदाख श्रेत्र से जोड़ने वाली NH-IA को आम तौर पर नवम्बर के महीने से यातायात के लिए बंद कर दिया जाता है और अप्रैल के महीने में बर्फ के पिघलने पर इसे दोबारा खोला जाता है. हालांकि इस बार सड़क को यातायात के काबिल बनाने का काम फरवरी से शुरू किया गया है. द्रास में सड़क पर से बर्फ को हटाने का काम मशीनों की मदद से हो रहा है. सड़क पर सब से कठिन 45 किलोमीटर का रास्ता द्रास के गुमरी और सोनमर्ग के जीरो पॉइंट के बीच है जहां अभी भी तीस से चालीस फीट बर्फ मोजूद है.


इस समय भी 453 KM लम्बी श्रीनगर-लेह राजमार्ग के जोजिल्ला के पास तीस फीट से ज्यादा बर्फ मोजूद है. द्रास और सोनमर्ग पर दोनों तरफ से बरफ हटाने का काम शुरू हो चूका है. बर्फ इतनी ज्यादा है कि हर दिन केवल आधा किलोमीटर से भी कम सड़क को साफ़ किया जा सकता है.


वहीं सोनमर्ग से बर्फ हटाने का काम 21 फरवरी से शुरू हो गया है और 29 फरवरी तक ज़िग्ग पॉइंट से सोनमर्ग तक का रास्ता यातायात योग्य बनाया जाएगा. इसके बाद ज़ोजिल्ला का रस्ता साफ़ करने का काम शुरू होगा. हालांकि सड़क को यातायात योग्य बनाने में अभी भी दो महीने का समय लग सकता है. पिछले कई सालो से यहां के लोग जोजिला पर एक सुरंग बनाने कि मांग कर रहे है. इसके बनने से यह सड़क पूरे साल खुली रह सकती है.