साल 2021 की गर्मी ने दस्तक दे दी है. इस बार फरवरी के आखिरी दिनों में ही हमें तेज धूप का सामना करना पड़ा था जबकि आमतौर पर फरवरी महीने में ठंड देखने को मिलती है. लेकिन मार्च महीने में पड़ी गर्मी ने लोगों को मई, जून की गर्मी की याद दिला दी है. वहीं भारत के मौसम विभाग ने कहा कि मासिक, औसत, अधिकतम तापमान के लिहाज से मार्च महीना 121 साल में तीसरा सबसे गर्म महीना रहा है. आईएमडी ने मार्च महीने की समीक्षा में कहा कि इस साल मार्च के दौरान पूरे देश में मासिक औसत अधिकतम, न्यूनतम और औसत तापमान 32.65 डिग्री सेल्सियस, 19.95 डिग्री सेल्सियस और 26.30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.


पिछले 11 सालों में सबसे गर्म मार्च                       


मौसम विज्ञान की रिपोर्ट के आधार पर साल 1981-2010 के बीच तापमान 18.87 डिग्री सेल्सियस और 25.06 डिग्री सेल्सियस रहा करता था. वहीं मार्च 2021 के दौरान 32.65 डिग्री सेल्सियस के साथ अखिल भारतीय औसत अधिकतम तापमान पिछले 11 सालों में सबसे गर्म रहा है.


2021 से पहले कब पड़ी थी मार्च में इतनी गर्मी?


इस साल मार्च में पड़ी गर्मी के अलावा पिछले 121 सालों का रिकॉर्ड साल 2010 और 2004 में टूटा था. जिसकी वजह से 2021 तीसरी बार सबसे गर्म महीना माना जा रहा है. वहीं 2004 में तापमान 33.09 डिग्री सेल्सियस रहा. जबकि 2010 में 32.22 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं 2021 में देश के कई हिस्सों में मार्च में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है.


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