नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि साल 1901 के बाद से 2020 आठवां सबसे अधिक गर्म साल रहा है, लेकिन 2016 की सबसे अधिक गर्मी की तुलना में यह काफी कम रहा. विभाग ने 2020 के दौरान भारत की जलवायु संबंधी एक बयान में कहा कि साल के दौरान देश में औसत वार्षिक तापमान सामान्य से 0.29 डिग्री सेल्सियस अधिक था. यह आंकड़ा 1981-2010 के आंकड़ों पर आधारित है.


आईएमडी ने कहा कि 1901 में देश भर के रिकॉर्ड रखने की शुरुआत हुई और उसके बाद से 2020 आठवां सबसे अधिक गर्म साल रहा. हालांकि, यह 2016 के अधिकतम स्तर से काफी कम है.


आईएमडी के रिकॉर्ड के अनुसार सबसे ज्यादा गर्म सालों का क्रम इस प्रकार रहा- 2016, 2009, 2017, 2010 और 2015. आंकड़ों के अनुसार, 1901 के बाद से 15 सबसे ज्यादा गर्म सालों में 12 साल 2006 से 2020 के दौरान रहे.


गर्मी से कैसी बीमारियां हो सकती हैं
तापमान बढ़ने पर हीट स्ट्रोक और हीट इग्ज़ॉस्चन दो मेजर रिस्क होते हैं. लगातार ज्यादा गर्मी के माहौल में रहने से लगातार बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ता रहता है, जिससे हीट क्रैम्प्स और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. तेज गर्मी में ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है जो कि हार्ट के लिए नुकसानदायक है. इसके अलावा शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन हो सकता है. जिससे चक्कर आना, जी मिचलाना और सिरदर्द की शिकायत हो सकती है.


गर्मी में इन बातों का रखें ध्यान
गर्मी से बचने के लिए सबसे बेहतर उपाय है कि घर के अंदर ही रहें. सुबह 11 से शाम 4 बजे के बीच सन एक्सपोजर से बचें और एयरकंडीशन और कूलर्स चलाकर रखें. अगर घर से बाहर जाना पड़ता है तो कैप लगाकर या छाता लेकर जाएं. ढीले कपड़े पहनें. ये आपको सन स्ट्रोक से बचाएगा. तरल पदार्थों का सेवन करें और खूब सारा पानी पीएं. घर पर हैं तो फ्रूट जूस लें, ठंडा मिल्क स्मूदी लें.


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