Weather Tomorrow: 6 राज्यों को रेड अलर्ट! गुजरात-महाराष्ट्र तक भारी बारिश से कहीं आफत तो कहीं राहत, जानें- कैसा रहेगा आपके यहां मौसम का मिजाज
IMD Latest Weather Update: नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के मैदानी इलाकों में और बिहार में भी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई.
IMD Latest Weather Update: भारतीय मौसम विभाग ने ताजा मौसम अपडेट में बताया कि गोवा, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होगी. सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भी बारिश होगी. अगले दो दिनों तक पूर्वी, पूर्वोत्तर और मध्य भारत में बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है.
आईएमडी ने मध्य महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण, गुजरात क्षेत्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है. गोवा, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और पूरे गुजरात क्षेत्र में कहीं-कहीं बहुत तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है. 27 सितंबर को कच्छ और सौराष्ट्र में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है.
कहां-कहां होगी बारिश?
मौसम विभाग ने जानकारी दी कि 27 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में 27 सितंबर को भारी से लेकर तीव्र बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 26 सितंबर से 27 सितंबर तक उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 सितंबर से 28 सितंबर तक भारी बारिश होने की उम्मीद है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 27 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है.
दक्षिण भारत में 29 और 30 सितंबर को, खासतौर पर माहे और केरल में कुछ जगहों पर भारी बारिश होने का अनुमान है. इसी तरह, तटीय कर्नाटक और तेलंगाना में भी भारी बारिश हो सकती है.
मॉनसून का हाल
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में भारी से लेकर बहुत भारी बारिश दर्ज की गई. इससे फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, दीसा, सुरेन्द्रनगर और जूनागढ़ (मुख्य रूप से पंजाब, राजस्थान और गुजरात) को जोड़ने वाली लाइन पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी की प्रगति प्रभावी रूप से रुक गई है.
आईएमडी के संख्यात्मक मॉडल पूर्वानुमानों ने लगातार बारिश लाने वाले चक्रवाती परिसंचरण के लिए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम ट्रैक का सुझाव दिया है, जो दक्षिण उत्तर प्रदेश और बाद में हिमालय की तलहटी से होते हुए उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ेगा.
इसके साथ ही, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में एक प्रतिचक्रवाती परिसंचरण बन सकता है, जो संभवतः बारिश लाने वाले ऐसे परिसंचरणों के रुकने और मौसम के खत्म होने का संकेत देता है. इससे हवाओं के दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने का मंच खुला रह सकता है.
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
पश्चिम भारत के बाद, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में बारिश की संभावना है और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है. इसी समय अरुणाचल प्रदेश और असम और मेघालय में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी और बिहार और पहाड़ियों में एक और दिन (शुक्रवार) तक जारी रहेगी.
पूरे सप्ताह के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है. नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के मैदानी इलाकों में और बिहार में भी बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई.
मॉनसून की वापसी में देरी क्यों?
मौसम विभाग के मुताबिक, 17 सितंबर के आसपास राजस्थान से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई शुरू हो जाती है लेकिन इस बार 23 सितंबर से एक हफ्ते बाद इसकी शुरुआत हुई. इसकी वजह से पुणे और मुंबई में 10-12 अक्टूबर से पहले मॉनसून खत्म होने की संभावना नहीं है. आमतौर पर महाराष्ट्र से मॉनसून की विदाई 5 अक्टूबर से हो जाती है.
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