IMD Weather Update: मॉनसून की विदाई, अब होगी ठंड की एंट्री! जानें UP-दिल्ली से बिहार तक कैसा रहेगा अक्टूबर के पहले हफ्ते का मौसम
IMD Weather Update: मौसम विभाग ने बताया कि भारत में मॉनसून का सीजन आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया. ऐसे में अगले एक हफ्ते तक उत्तर पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत में बारिश की संभावना नहीं है.
IMD Weather Update: मॉनसून 2024 का मौसम खत्म हो गया. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि इस साल सामान्य से 7.6 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश ऐसे राज्य हैं, जहां सबसे ज्यादा बारिश हुई. ऐसे में मॉनसून की विदाई के बाद जल्द ठंड की एंट्री हो सकती है.
मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि अगले एक हफ्ते तक उत्तर पश्चिम, पश्चिम और मध्य भारत यानी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, मध्य प्रदेश और बिहार के ज्यादातर हिस्सों में बारिश की संभावना नहीं है. यानी इन राज्यों में आने वाले दिनों में तापमान में वृद्धि देखने को मिल सकती है. IMD के मुताबिक, अगले दो तीन में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ हिस्सों के साथ जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मुजफ्फराबाद, गिलगिट बाल्टिस्तान के कुछ हिस्सों से मॉनसून की विदाई के लिए अनुकूल परिस्थिति बन सकती है.
इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
- मौसम विभाग के मुताबिक, इस हफ्ते अंडमान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम में हल्की बारिश की संभावना है.
- इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट यानी असम, त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड में 2 और 3 अक्टूबर को भारी से भारी बारिश का अनुमान है.
- इसके अलावा 1 से 5 अक्टूबर तक असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश का अलर्ट है.
- उधर, कर्नाटक, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना है.
- 1-5 अक्टूबर के बीच तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल मे 1 से 3 अक्टूबर के बीच भारी बारिश का अलर्ट है.
इस मॉनसून कैसी हुई बारिश?
IMD ने बताया है कि 2024 का दक्षिण-पश्चिम मानसून सोमवार को आधिकारिक रूप से समाप्त हो गया. इस दौरान भारत में 934.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो औसत का 108 प्रतिशत और 2020 के बाद से सबसे अधिक बारिश है. आईएमडी के मुताबिक, मध्य भारत में इस क्षेत्र के दीर्घकालिक औसत से 19 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई, दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा तथा उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से सात प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई.
आंकड़ों के मुताबिक, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 14 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई. देश में जून में 11 प्रतिशत कम वर्षा हुई, लेकिन जुलाई में नौ प्रतिशत अधिक वर्षा हुई. इसके बाद अगस्त में 15.7 फीसदी और सितंबर में 10.6 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। साल 2023 में मानसून सीजन में भारत में 820 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी, जो दीर्घकालिक औसत का 94.4 प्रतिशत थी। देश में 2022 में 925 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो दीर्घावधि औसत का 106 फीसदी थी. वर्ष 2021 में 870 मिमी, और 2020 में 958 मिमी बारिश हुई थी.