IMD Weather Update: नए साल में दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत इस वक्त ठंड और कोहरे से जूझ रहा है. पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में गलन देखने को मिल रही है. मौसम विभाग की अगर मानें तो आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश में ठंड की स्थिति की भविष्यवाणी की है.


IMD ने कहा कि पश्चिमी ईरान पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिसकी वजह से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हल्की से लेकर छिटपुट बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. आईएमडी के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में आज (02 जनवरी, 2025) रात और 03 जनवरी की सुबह घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इसके अलावा, अगले 2-3 दिनों में सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी इसी तरह की स्थिति रहने की संभावना है.


दो पश्चिमी विक्षोभ हो रहे सक्रिय


इसके अलावा उत्तर-पश्चिम भारत के पहाड़ों और मैदानों पर लगातार दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं. पहला विक्षोभ गुरुवार (02 जनवरी, 2025) को जम्मू और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर था, जबकि दूसरा मध्य ईरान के ऊपर था.


हिमालय में होगी बारिश


हिमालय की ऊंचाइयों पर बहने वाली नमी वाली हवाएं ठंडी हो जाएंगी और तीन दिनों तक पहाड़ियों (जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड) पर हल्की से लेकर छिटपुट बारिश-बर्फबारी बनकर गिरेंगी और रविवार और सोमवार को छिटपुट से लेकर काफी तेज बारिश-बर्फबारी होगी. इन दिनों जम्मू-कश्मीर-लद्दाख में भी अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होगी.


इसके अलावा मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को जम्मू-कश्मीर-लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में भी अलग-अलग जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई है. साथ ही आस-पास के मैदानी इलाकों (राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश) में शनिवार से सोमवार तक हल्की से लेकर छिटपुट बारिश की भविष्यवाणी की है.


इन इलाकों में तापमान में आएगी गिरावट


पश्चिमी विक्षोभ की वजह से जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा. मध्य भारत के कई हिस्सों में तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जबकि उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में 1-2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है.


उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत और झारखंड के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 4-9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. पूर्वी भारत के कई हिस्सों में 9-14 डिग्री सेल्सियस और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में 14-18 डिग्री सेल्सियस रहा. मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.


बदल जाएंगी परिस्थितियां


पश्चिमी विक्षोभ के धीरे-धीरे इन इलाकों पर प्रभाव पड़ने की वजह ये स्थितियां उलटने वाली हैं. अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. साथ ही अगले तीन दिनों तक मध्य और पूर्वी भारत में कोई खास बदलाव नहीं होने के संकेत हैं, लेकिन उसके बाद न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है.


ये भी पढ़ें: 2025 में गर्मी तोड़ेगी सारे रिकॉर्ड! 2024 में टूटा था 32 साल का रिकॉर्ड, दुनियाभर में हुईं 3700 मौतें