India Weather News: मॉनसून की तरह सर्दी भी नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है. पहाड़ी राज्यों में जारी बर्फबारी से मैदानी इलाकों में सर्दीली हवाएं बह रही हैं, जिसकी वजह से उत्तर भारत के लोग अभी से कांपने लगे है. 15 नवंबर के बाद से तापमान में बड़ी तेजी के साथ गिरावट हो रही. दिल्ली-एनसीआर में सर्दी अभी से रिकॉर्ड बनाने लगी है. रविवार का दिन बीते पांच सालों में सबसे सर्दीला रहा. न्यूनतम तापमान सामान्य से दो सेल्सियस लुढ़ककर 7.9 डिग्री दर्ज किया गया.
कश्मीर में न्यूनतम पारा शून्य से नीचे चला गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में रविवार रात को न्यूनतम तापमान शून्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम में अभी तक का सबसे कम तापमान है. वहीं दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर में से एक पहलगाम पर्यटक रिजॉर्ट में तापमान शून्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा और इसी के साथ या घाटी में सबसे ठंडा स्थान रहा.
दिल्ली-एनसीआर में रिकॉर्डतोड़ सर्दी
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को न्यूनतम तापमान सीजन में 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, बीते पांच साल में ये सबसे सर्दीली रात है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, पहाड़ों की तरफ से यानी उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली सर्द हवाएं मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा रही हैं. यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर के तामपान में इतनी गिरावट आ गई है. मौसम विभाग मुताबिक आने वाले दिनों में पारा लुढ़कने के साथ कोहरा बढ़ेगा और दिन में भी कोहरा छाया रहेगा.
राजस्थान में सर्दी कंपाने लगी
राजस्थान में सर्दी अभी से कंपाने लगी है. रात को कोहरे की वजह से तापमान 7 डिग्री से कम हो जाता है. मौसम विभाग ने बताया कि दिसंबर के शुरुआत से ही सर्दी और बढ़ सकती है. राज्य के अधिकांश जिलों में न्यूनतम पारा 7 डिग्री के नीचे जा सकता है. इसके अलावा जिलों में शीतलहर भी चलने का अनुमान जताया गया है. मौसम विभाग के अनुसार रविवार को राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 27 डिग्री रहेगा.
दक्षिणी राज्यों में बारिश की आशंका
इस बीच दक्षिण के कई राज्यों में अब भी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने आज भी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह समेत कई जगहों पर बारिश का संभावना जताई है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर एक ताजा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उभरने की संभावना है. इससे भी मौसम में तेजी से बदलाव आएगा.
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