नई दिल्ली: दिवाली के अगले दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आस पास के इलाकों में हवा की क्वालिटी 'आपातकालीन स्तर' पर पहुंच गई थी. इसी बीच, दिल्ली-एनसीआर में हुई हल्की बारिश से यहां के वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया. रविवार की शाम तक गंभीर एमपी 2.5 और एमपी 10 प्रदूषक स्तरों का सामना करने वाले निवासियों को थोड़ी राहत की सांस मिली है. दिल्ली में हल्की बारिश के बाद दोपहर तक एक्यूआई 525 से घटकर 490 पहुंच गया.


भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से कहा गया है कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हुई. हवा की गति तेज होने से प्रदूषण कारक तत्व बिखर गए. हवा की अधिकतम गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास थी. पालम में 1.8 मिमी, लोधी रोड में 0.3 मिमी, रिज में 1.2 मिमी, जाफरपुर में एक मिमी, नजफगढ़ में एक मिमी और पूसा में 2.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश होने से वायु गुणवत्ता में सुधार होने का अनुमान है.


नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही
एनसीआर में गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुड़गांव में रविवार को वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा उपलब्ध कराए गए वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के अनुसार दिल्ली के सबसे निकट पांच शहरों की हवा में प्रदूषण कारक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा भी अधिक बनी रही.


सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार रविवार को शाम चार बजे चौबीस घंटे का औसत एक्यूआई गाजियाबाद में 448, नोएडा में 441, ग्रेटर नोएडा में 417, गुड़गांव में 425 और फरीदाबाद में 414 दर्ज किया गया. यहां हवा में मौजूद पीएम 2.5 और पीएम 10 कणों की अधिकता प्रमुख प्रदूषण कारक तत्व रहे.


राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश, ओलावृष्टि
राजस्थान में रविवार को राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि हुयी. मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार रविवार को राजधानी जयपुर में 11.6 मिलीमीटर बारिश हुयी. इसके बाद अलवर में 6.9 मिलीमीटर, भीलवाडा में एक मिलीमीटर बारिश जबकि श्रीगंगानगर में बूंदाबांदी दर्ज की गई. जयपुर में दोपहर के बाद तेज हवा के साथ कुछ हिस्सों में बारिश हुई.


राज्य के अधिकतर हिस्सों में रविवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से लेकर 19.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया. वहीं अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस से लेकर 23.5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया.


मौसम विभाग ने रविवार को राज्य के पूर्वी हिस्सों कोटा, बारां, भरतपुर, अलवर, झुंझनूं, सीकर, सवाई माधोपुर, टोंक, धौलपुर, जयपुर जिलों में और पश्चिमी हिस्सों के हनुमानगढ़, चूरू, श्रीगंगानगर जिलों में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन/वज्रपात/ओलावृष्टि और बारिश होने का अलर्ट जारी किया है.


इस साल दिवाली में प्रदूषण स्तर ऊंचा रहा
दिल्ली में पिछले साल की तुलना में इस साल दिवाली में प्रदूषण का स्तर ऊंचा रहा और इसकी वजह पराली का बहुत अधिक जलाया जाना और इस त्योहारी सीजन में प्रतिकूल मौसम दशा हो सकती है. सीपीसीबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2019 की तुलना में इस साल दिवाली में सभी प्रदूषकों की मात्रा ऊंची रही. दिवाली इस साल मध्य नवंबर में थी जब प्रदूषकों के छितराव के लिए मौसम दशाएं अनुकूल नहीं होती हैं. इसके विपरीत 2019 में दिवाली अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में थी.


इस साल दिवाली के दिन पीएम 2.5 की मात्रा में पराली के दहन का योगदान 32 फीसद था जबकि पिछले साल यह महज 19 प्रतिशत था.


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