Weather Update: भारत के अधिकांश हिस्सों में पहुंचा मानसून, आज इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
मॉनसून आमतौर पर जुलाई के पहले सप्ताह तक देश के सभी हिस्सों को कवर करता है, लेकिन इस बार अरब सागर के ऊपर बने चक्रवात निसर्ग और बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाले चक्रवात बनने के कारण देश में मॉनसून तेजी से आगे बढ़ा.
नई दिल्ली: मानसून की शुरुआत में शनिवार को पश्चिमी तट के कुछ स्थानों को छोड़कर पूरे भारत में मध्यम से भारी बारिश हुई. मौसम विभाग के मुताबिक आज बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, आँध्र प्रदेश, कोस्टल और साउथ इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु में भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश, विदर्भभृ, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम, मेघालय, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोस्टल और साउथ इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में आंधी औऱ आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान है.
मानसून के पूरे देश में पहुंचने की तारीख 8 जुलाई हैविभाग ने कहा कि मानसून के पूरे देश में पहुंचने की सामान्य तारीख 8 जुलाई होती है. इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य तारीख से 12 दिन पहले पूरे देश में पहुंच गया है. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ''2013 के बाद, मानसून इस वर्ष इतनी तेजी से देश में छाया है.'' 2013 में मानसून 16 जून को पूरे देश में पहुंच गया था. उसी समय उत्तराखंड में भीषण बाढ़ भी आयी थी.
राजस्थान पहुंचने के बाद कमजोर पड़ा मानसून इस बीच, दक्षिण पश्चिम मानसून राजस्थान पहुंचने के बाद कमजोर पड़ता दिख रहा है और अगले तीन- चार दिन में राज्य में अधिक बारिश होने की उम्मीद नहीं है.
मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, मानूसन के कम दबाव के क्षेत्र के उत्तर की ओर स्थानांतरित होने के कारण अगले चार- पांच दिन राज्य के बीकानेर व जोधपुर संभाग में ज्यादा बारिश होने की संभावना नहीं है. हालांकि, कहीं- कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है.
वहीं पूर्वी राजस्थान में आगामी तीन दिन में कहीं कहीं केवल हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. हालांकि इसके बाद 30 जून को मानसून फिर जोर पकड़ेगा और कोटा व उदयपुर में भारी बारिश का अनुमान है.
उल्लेखनीय है कि दक्षिण पश्चिम मानसून ने इस बार पूर्वानुमान से एक दिन पहले ही 24 जून को राज्य में दस्तक दी थी. वह तीन दिन में ही राज्य के सभी 33 जिलों को कवर कर गया, जबकि पूर्वानुमान यही था कि आठ जुलाई तक मानसून पूरे राज्य में फैलेगा.
इस बीच बीते चौबीस घंटे में राज्य के अनेक इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. सबसे अधिक बारिश करौली के मासलपुर में 58.0 मिमी. दर्ज की गयी.
बीकानेर में शनिवार का अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके अलावा जैसलमेर में यह 41.4 डिग्री, गंगानगर में 41.0 डिग्री, बाड़मेर में 40.8 डिग्री व राजधानी जयपुर में 40.1 डिग्री सेल्सियस रहा.
दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और रात में हल्की बारिश की उम्मीद राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को पारा 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया. दो दिन पहले ही शहर में मानसून ने दस्तक दी. सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है. आर्द्रता का स्तर 49 से 82 प्रतिशत के बीच रहा. पालम, नजफगढ़, आयानगर और पूसा स्थित मौसम स्टेशनों ने अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और 43 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया.
आईईएमडी ने रविवार को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और रात में हल्की बारिश की उम्मीद जतायी है. अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
हरियाणा और पंजाब में आंशिक वृद्धि
हरियाणा और पंजाब में शनिवार को अधिकतम तापमान में आंशिक वृद्धि हुई लेकिन यह सामान्य के आसपास ही दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हरियाणा के नारनौल में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं हिसार में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है.
करनाल में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अंबाला में तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा.
पंजाब के पटियाला में अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. वहीं लुधियाना में अधिकतम तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अमृतसर में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पीएम मोदी आज करेंगे 'मन की बात', चीन विवाद पर कर सकते हैं चर्चा