नई दिल्ली: देश के कुछ हिस्सों में मॉनसूनी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति है, तो कहीं अभी बारिश का इंतजार करना पड़ रहा है. पूर्वी भारत के बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड समेत कुछ हिस्सों में मानसूनी बारिश जारी है. वहीं  बाकी हिस्सों में मानसून कमजोर पड़ गया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार धीमी पड़ने से राजस्थान में अगला एक सप्ताह आमतौर पर सूखा रहने और तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने का अनुमान है. दक्षिण-पश्चिम मानसून राजस्थान के उत्तरी क्षेत्र बाड़मेर, भीलवाड़ा व धौलपुर से होकर गुजर रहा है. वर्तमान परिस्थिति के अनुसार आगामी एक सप्ताह से 10 दिनों के दौरान मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं है. हालांकि अगले 48 घंटों के दौरान कुछ इलाकों में छिटपुट बारिश की संभावना है.


केरल में दो दिन की देरी से पहुंचने के बाद मानसून देश में तेजी से बढ़ा और यह पूर्वी, मध्य और उससे लगे उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य समय से 7 से 10 दिन पहले पहुंच गया. दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों, हरियाणा और पंजाब समेत देश के बचे हुए इलाकों में हालांकि अगले सात दिनों में इसके और आगे बढ़ने की संभावना कम ही है. मौसम केंद्र के प्रवक्ता ने कहा कि 25 जून से आगामी एक सप्ताह के दौरान राज्य के ज्यादातर इलाकों में मौसम शुष्क रहने व तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है. दक्षिण-पश्चिम मानसून पिछले सप्ताह शुक्रवार को राजस्थान की सीमा में पहुंच गया था.


दिल्ली में मानसून के लिए एक सप्ताह और इंतजार करना पड़ेगा
अगले सात दिनों के दौरान दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने की 'संभावना नहीं' है. आईएमडी ने एक बयान में कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अब तक राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में छा चुका है. इस साल मानसून की मुख्य विशेषता पूर्वी, मध्य और उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से पहले आगे बढ़ना है. हालांकि अगले सात दिनों के दौरान देश के शेष हिस्सों में इसके और आगे बढ़ने की संभावना नहीं है.


आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में 26 जून के आसपास हल्की बारिश होने का अनुमान है, लेकिन इस क्षेत्र को अभी मानसूनी बारिश का इंतजार करना होगा. मौसम कार्यालय ने इससे पहले अनुमान जताया था कि मानसून 12 दिन पहले यानी 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है. आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में आ जाता है.


मौसम का अनुमान लगाने वाली निजी कंपनी 'स्काईमेट वेदर' के अनुसार, "पश्चिमी हवाएं कुछ दिनों से उत्तर-पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में मानसून को आगे बढ़ने से रोक रही हैं. इनके कम से कम एक सप्ताह तक बने रहने की उम्मीद है." पलावत ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत में आने वाले दिनों में तापमान 38-39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है.


देश में अबतक 37 फीसदी अधिक बारिश


देश में इस मानसूनी मौसम में अब तक 37 फीसदी अतिरिक्त बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग के अनुसार, 21 जून तक सामान्य 10.05 सेंटीमीटर के मुकाबले 13.78 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. उत्तर-पश्चिम भारत में 40.6 मिलीमीटर सामान्य बारिश के मुकाबले 71.3 मिलीमीटर बारिश हुई जो 76 फीसदी ज्यादा है. बयान में कहा गया कि मध्य भारत में 145.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जो सामान्य बारिश 92.2 मिलीमीटर के मुकाबले 58 फीसदी ज्यादा है. दक्षिणी प्रायद्वीप में 133.6 मिलीमीटर बारिश हुई जो सामान्य से 24 फीसदी ज्यादा है.विभाग के मुताबिक पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में 253.9 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि इस दौरान बारिश सामान्य रूप से 224.8 मिलीमीटर दर्ज की जाती है. 


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