Jammu Kashmir Weather Update: पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाके तक कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं. मैदानी इलाकों में जहां हाड़ कंपाने वाली सर्दी के साथ घना कोहरा पड़ रहा है तो वहीं पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी (Snowfall) हो रही है. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) भी इस समय बर्फ की सफेद चादर में ढका हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में आने वाले 4-5 दिनों में भारी बर्फबारी की संभावना है.
हालांकि इस बीच बीते 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर के लोगों को ठंड से हल्की राहत भी मिली है. मौसम विभाग ने कहा कि पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान में कई डिग्री की वृद्धि हुई है, जिससे लोगों को तेज ठंड से राहत मिली है. अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में शुक्रवार रात न्यूनतम तापमान माइनस 1.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था. इससे पिछली रात तापमान शून्य से 5.5 डिग्री नीचे रहा था.
कई इलाकों में माइनस में तापमान
घाटी के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि सीमांत जिले कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.8 डिग्री नीचे दर्ज किया गया. अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में तापमान शून्य से 1.4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया. अनंतनाग जिले के पर्यटन स्थल पहलगाम, जो अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर के रूप में भी काम करता है, का तापमान माइनस 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
जम्मू-कश्मीर में बढ़ेगी ठंड
अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट शहर गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान माइनस 2.6 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने कहा कि शनिवार को बादल छाए रहने की संभावना है और रविवार को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बर्फबारी की 75 प्रतिशत संभावना के साथ रात में छिटपुट स्थानों पर हल्की बर्फबारी की संभावना है.
भारी बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 10 और 11 जनवरी को बादल छाए रहेंगे, लेकिन जम्मू के मैदानी इलाकों में मध्यम बर्फबारी, बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी (Snowfall) की संभावना है. कश्मीर वर्तमान में 'चिल्ला-ए-कलां' की चपेट में है. 'चिल्ला-ए-कलां' यानी 40 दिनों की सबसे कठोर मौसम अवधि जब बर्फबारी की संभावना अधिकतम और सबसे अधिक होती है. 'चिल्ला-ए-कलां' 21 दिसंबर से शुरू होकर 30 जनवरी को खत्म होगा. इसके बाद भी शीत लहर जारी रहेगी और इसके बाद 20 दिनों तक 'चिल्ला-ए-खुर्द' (छोटी ठंड) और 10 दिनों तक 'चिल्ला-ए-बच्चा' (बेबी कोल्ड) चलती है.
ये भी पढ़ें-
लद्दाख के द्रास में -25 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच खेला जा रहा है आइस हॉकी, देखें तस्वीरें