Weather Update: केरल में भारी बारिश से नदियां उफान पर, अलग-अलग जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में 64.5 मिली मीटर से 204.4 मिलीमीटर तक वर्षा होने का अनुमान लगाया है.
नई दिल्ली: केरल में कई हिस्सों में मंगलवार को लगातार भारी बारिश होने के कारण नदियों एवं बांधों में जलस्तर बढ़ गया. त्रिशूर एवं कोझिकोड के कई हिस्सों से लोगों को निकालकर राहत एवं पुनर्वास शिविरों में पहुंचाया गया जबकि मल्लापुरम में दो बच्चियों की मौत हो गई. मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कोझिकोड, पलक्कड़, मल्लापुरम और वायनाड जैसे विभिन्न जिलों के लिए 15 अक्टूबर से पहले तक नारंगी और पीले अलर्ट जारी किये हैं. ऑरेंज और येलो अलर्ट क्रमश: मूसलाधार एवं भयंकर वर्षा के संकेत हैं.
तावनी जारी किये जाने तथा नदियों एवं बांधों में लगातार जलस्तर बढ़ने के बाद त्रिशूर, कोझिकोड और मल्लापुरम के जिला प्रशासन हरकत में आ गये और उन्होंने उन परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचाना शुरू कर दिया है जो प्रभावित हैं या जिनके प्रभावित होने की आशंका है.
वायनाड, कन्नूर और कसारगोड के जिला प्रशासन ने कहा कि वे किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं जो वर्षा की वजह से उत्पन्न हो सकती हैं , उन्होंने मछुआरों एवं निचले क्षेत्र में रहने वालों को सचेत रहने की ताकीद की है. राज्य में वर्षा के कारण कई सड़कों एवं निचले हिस्सों में पानी भर गया है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में 64.5 मिली मीटर से 204.4 मिलीमीटर तक वर्षा होने का अनुमान लगाया है.
समूचे गुजरात से लौटा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मंगलवार को समूचे गुजरात से लौट गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी और कहा कि 1960 के बाद से यह दूसरा मौका है, जब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सर्वाधिक देरी से लौटा है. स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) के अनुसार, गुजरात में इस मौसम में 96.37 फीसदी बारिश हुई है.
मॉनसून पिछले बुधवार से लौटना शुरू हुआ था और यह पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों से पीछे हटता चला गया. आईएमडी के अहमदाबाद केंद्र ने दोपहर के मौसम बुलेटिन में कहा, ''दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज पूरे गुजरात से लौट गया.''