जम्मूः जम्मू कश्मीर में इस बार की बर्फबारी अपने साथ आपदा लेकर आई. पिछले कई दिनों से जारी शीतलहर का असर सामान्य जिंदगी पर बुरी तरह पड़ा है. सर्दी का सितम थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य सरकार को इस बार की बर्फबारी पर प्राकृतिक आपदा घोषित करना पड़ा.
जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी प्राकृतिक आपदा घोषित
रविवार देर रात जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात को रोकने का फैसला लिया गया. दरअसल, रामबन के पास पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया था जिसके बाद आवाजाही बंद करना पड़ा. ट्रैफिक विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि पुल के आसपास वाहनों की आवाजाही के लिए कोई और रास्ता नहीं है. एक यात्री ने अपनी परेशानी बताते हुए खुद के 7 दिनों से जम्मू में फंसे होने की बात कही. उनका कहना है कि श्रीनगर की तरफ जाने में कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है. उनका आरोप है कि हाईवे पर बर्फबारी और बारिश के चलते उन्हें श्रीनगर की तरफ जाने नहीं दिया जा रहा है.
ठंड, ठिठुरन, शीतलहर और बर्फबारी का अटैक
जम्मू में शीतलहर के चलते ठंड और ठिठुरन का प्रकोप बना हुआ है. हफ्ते के पहले दिन सोमवार को भी लोगों को सर्दी से निजात नहीं मिली. सामान्य कामकाज के लिए घरों से बाहर निकलने में उन्हेें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लोग जगह-जगह अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश करते हुए देखे गए. स्थानीय निवासियों का कहना है कि सर्दी के सितम ने उनका कामकाज काफी मुश्किल कर दिया है. यहां तक कि जरूरत का सामान लाने के लिए बाहर निकलने के बजाए घरों पर रहने में भलाई समझ आ रही है.
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