Rain Alert: वेस्ट यूपी, उत्तराखंड और बिहार में आज भारी बारिश, बाढ़ का भी अलर्ट, IMD ने दिया 5 दिनों का अपडेट
Weather Today: बाढ़ की मार झेल रहे उत्तर भारत के लिए अभी बुरी खबर है. मौसम विभाग ने एक बार फिर से क्षेत्र में भारी बारिश का अनुमान लगाया है, जिससे बाढ़ का खतरा रहेगा.
Weather Update Today: बारिश और बाढ़ की आफत झेल रहे उत्तर भारत को अभी राहत मिलने के आसार नहीं है. मौसम विभाग ने अगले चार से पांच दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट घोषित किया है. अनुमान के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में बहुत भारी वर्षा हो सकती है. इसके साथ ही बाढ़ के खतरे का अनुमान भी जताया है.
मौसम विभाग ने सिक्किम और नॉर्थ बंगाल में बारिश का रेड अलर्ट घोषित किया है. इसके साथ ही उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिमी मध्य प्रदेश, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है. इन प्रदेशों में भारी वर्षा का पूर्वानुमान जाहिर किया गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे में बारिश के चलते कुछ हिस्सों में बाढ़ आने का आशंका है.
इन प्रदेशों में जारी हुआ येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने सौराष्ट्र, कच्छ (गुजरात), महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा, पूर्वी राजस्थान, दक्षिणी बंगाल, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
पश्चिमी घाट पर बारिश
मध्य महाराष्ट्र के घाट वाले क्षेत्रों में 14-16 जुलाई के दौरान अलग-अलग भारी बारिश संभावना है, जबकि गुजरात क्षेत्र में 15 और 16 जुलाई को इसी तरह की मौसम की स्थिति दर्ज की जाएगी. उत्तर पश्चिम भारत में बारिश कम होने की उम्मीद है, लेकिन अगले पांच दिनों तक गंगा के मैदानी इलाके में बारिश हो सकती है.
दिल्ली में घुसने लगा यमुना का पानी
पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर दिल्ली पर दिखने लगा है. दिल्ली में यमुना नदी अपने सर्वोच्च स्तर पर बह रही है और ये लगातार ऊपर ही जा रही है. हालात ये है कि नदी का पानी अब शहर के अंदर जाने लगा है और घरों में घुस गया है. निचले इलाके में बसे लोग अपना घर छोड़कर बाहर सड़क पर रहने को मजबूर हैं.
दिल्ली के साथ ही नोएडा के गांवों तक भी पानी पहुंच गया है. कई गांव पानी में डूब गए हैं. वहीं, दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली में आपातकाल की स्थिति है. पहली बार यमुना का जलस्तर इतना ऊंचा हुआ है. हिमाचल और हरियाणा से लगातार पानी आ रहा है. पानी के वेग को कोई रोक नहीं सकता है. राहत और बचाव कार्य ही उपाय है. उन्होंने कहा कि हम हरियाणा सरकार के संपर्क में हैं और उनसे पानी कम छोड़ने को कहा जा रहा है.
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