Weather Update: दिल्ली समेत उत्तर भारत में 4 जुलाई से बदल सकता है मौसम का मिजाज, गर्मी से मिलेगी राहत
देश के दक्षिणी हिस्से में तो मानसून महीने की शुरुआत में ही पहुंच चुका था, लेकिन दिल्ली समेत उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत को फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है.
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत में चार जुलाई से मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिल सकता है. लेकिन इससे गर्मी और तपिश से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि चार-पांच जुलाई से दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश के आसार हैं, जिससे मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि चार जुलाई को भी बारिश होने के आसार हैं. बारिश होने पर तापमान में भी थोड़ी गिरावट आएगी, जिससे गर्मी से राहत मिलेगी.
पंजाब हरियाणा में शुष्क बना हुआ है मौसम उत्तर भारत में 25-26 जून के बाद सूखा पड़ा है, जिससे राजस्थान के पश्चिमी इलाके श्रीगंगानगर और बीकानेर इलाके में तापमान 43-45 डिग्री सेंटीग्रेड चल रहा है. उधर, पंजाब हरियाणा में भी मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन चार जुलाई से जगह-जगह बारिश होने की संभावना है.
बारिश से तापमान में आएगी दो से चार डिग्री तक की गिरावट निजी मौसम अनुमानकर्ता स्काइमेट की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा में चार जुलाई से मौसम बदलेगा और बारिश की शुरुआत होने पर अगले चार-पांच दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, जिससे तापमान में दो से चार डिग्री सेंटीग्रेड तक की गिरावट आ सकती है. इसी प्रकार, पंजाब में भी चार जुलाई से बारिश होने के आसार हैं.
इन हिस्सों में काफी सक्रिय रहेगा मानसून स्काइमेट के अनुसार, बीते 24 घंटों के दौरान लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, दक्षिणी गुजरात, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में मानसून सक्रिय रहा जिससे अच्छी बारिश हुई. जबकि अगले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के पश्चिमी और मध्य भागों, कोंकण, गोवा, तटीय कर्नाटक, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में मानसून काफी सक्रिय रहेगा, जिससे अच्छी बारिश होने की संभावना है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून का प्रदर्शन इस साल जून में काफी अच्छा रहा और पूरे भारत में औसत से 18 फीसदी अधिक बारिश हुई.
जुलाई में अच्छी बारिश का अनुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि जून महीने में अत्यधिक बारिश हुई और जुलाई में भी अच्छी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जून महीने में दीर्घकालिक आवधिक औसत (एलपीए) की 118 फीसदी बारिश हुई जिसे अत्यधिक बारिश माना जाता है. विभाग ने कहा कि पिछले 12 साल में, इस साल जून सबसे अधिक भीगा रहा.
Coronavirus: गौतम बुद्ध नगर में 31 जुलाई तक लागू रहेगी धारा 144, इन नियमों का करना होगा पालन Assam Floods: असम में बाढ़ से सात और लोगों की मौत, 15 लाख लोग प्रभावित