नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक आज ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है. उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा के अधिकतर भागों में 27 अगस्त तक भारी बारिश होने का अनुमान है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल और गुजरात के कुछ इलाकों में भी भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है.


इस महीने बंगाल की खाड़ी में पांचवी बार कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इससे पहले 4, 9, 13 और 19 अगस्त को भी कम दबाव का क्षेत्र बना था, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई थी और बीते सप्ताह कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे.


मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम, हावड़ा, हुगली, बांकुरा और बीरभूम जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कोस्टल आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के कुछ इलाकों में भी भारी बारिश हो सकती है.


राजस्थान में कई जगह भारी बारिश के बाद रेड अलर्ट जारी


राजस्थान के कई इलाकों में मानसून की भारी बारिश दर्ज की गई है. वहीं, मौसम विभाग ने आज कई जगह अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी को लेकर 'रेड अलर्ट' जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके अब पश्चिमी राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है. इसका प्रभाव पूर्वी राजस्थान में आज से कम होगा, जबकि पश्चिमी राजस्थान में इसके अभी तीन चार दिन और बने रहने की संभावना है यानी बारिश होती रहेगी. मौसम विभाग ने कई जगह भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक आज बाड़मेर और  जालोर जिले में कहीं कहीं अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है तो सिरोही और उदयपुर जिले में भारी बारिश का अनुमान है.


दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा


हरियाणा के यमुनानगर जिले में हथिनीकुंड बैराज से 5800 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. सोमवार कपुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 204.38 मीटर दर्ज किया गया. जलस्तर सुबह आठ बजे दर्ज किया गया और यह खतरे के निशान 205.33 मीटर से नीचे है.


हथिनीकुंड बैराज से 5,883 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जलस्तर में वृद्धि हुई. जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष की योजना बनाई गई है और उसे जल्दी ही सक्रिय किया जाएगा. जैन ने कहा कि दिल्ली में यमुना नदी के पास के क्षेत्रों के लिए एक योजना तैयार की गई है.


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