Cold Wave: देश के कई इलाकों में बर्फीली हवाओं का प्रकोप, जानिए कब होती है शीत लहर की घोषणा?
मौसम विभाग के मुताबिक 'ठंडा दिन' या 'गंभीर ठंडा दिन' तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या 6.4 डिग्री सेल्सियस कम हो.
नई दिल्ली: देश में ठंड का प्रकोप देखने को मिल रहा है. कई इलाकों में पारा लगातार गिरता जा रहा है तो कुछ इलाकों में पारा माइनस से भी नीचे गिर चुका है. ठंड के कारण कई इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है. इसके अलावा देश के कई इलाके ठंड के कारण शीत लहर की मार झेल रहे हैं. कुछ इलाके ऐसे हैं जो लगातार शीत लहर की चपेट में हैं. ऐसे में लोगों को भी ज्यादा ठंड झेलनी पड़ रही है. हालांकि क्या आप जानते हैं कि आखिरी ये शीत लहर होती क्या है?
शीत लहर बहुत कम तापमान की लहर होती है. यह काफी तेजी से तापमान को ठंडा कर देती. शीत लहर के दौरान ठंडी हवाओं का प्रकोप बढ़ जाता है. मौसम विभाग के मुताबिक 'ठंडा दिन' या 'गंभीर ठंडा दिन' तब माना जाता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम हो और अधिकतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या 6.4 डिग्री सेल्सियस कम हो. वहीं मैदानी इलाकों में शीत लहर तब चलती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे होता है और लगातार दो दिनों तक मौसम के सामान्य से 4.5 डिग्री कम होता है. मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम होने पर भी शीत लहर का ऐलान किया जाता है.
इन राज्यों में शीत लहर
मौसम विभाग के मुताबिक 30 दिसंबर से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अलग-अलग इलाकों में शीत लहर चलने की संभावना है. सौराष्ट्र और कच्छ के उत्तरी भागों में भी शीत लहर की स्थिति देखने को मिल सकती है. वहीं उत्तर भारत के कई इलाके अभी भी शीतलहर की चपेट में हैं. उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत उत्तर भारत के कई जगहों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है. मौसम विभाग ने इस सप्ताह के बाद इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों में शीतलहर चलने और घने कोहरे का अनुमान जताया है.
मौसम विभाग ने कहा कि 28 से 29 दिसंबर तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में अलग-अलग इलाकों में ज्यादा शीत लहर चलने का अनुमान है. इन क्षेत्रों में घना कोहरा भी छाए रहने के आसार हैं. वहीं कश्मीर में शीतलहर और तेज हो गई, समूची घाटी में न्यूनतम तापमान शून्य से कई डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया.
इसके अलावा शीत लहर ने उत्तर प्रदेश में सर्दी बढ़ा दी है और पिछले कुछ घंटों के दौरान राज्य के ज्यादातर मंडलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा. मध्य प्रदेश में विशेषकर राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में 29 दिसंबर से इस महीने में दूसरी बार शीतलहर चलने का पूर्वानुमान है. ये स्थितियां अगले तीन से चार दिनों तक जारी रह सकती हैं. हालांकि अगले सप्ताह ज्यादा शीतलहर की संभावना नहीं है.
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