नई दिल्ली: गुजरात, कोंकण गोवा, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं. इन भागों में कुछ स्थानों पर भारी मॉनसूनी बौछारें भी गिर सकती हैं. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में अगले दो दिन में बारिश में बढ़ोत्तरी होगी.


उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. दिल्ली, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में मॉनसून कमजोर रहेगा और इन भागों में छिटपुट जगहों पर हल्की बारिश से अधिक की संभावना कम है.


महाराष्ट्र के पुणे और सतारा जिलों में ‘रेड अलर्ट’ 


मौसम विज्ञानियों ने दिल्ली में अगले दो दिन केवल हल्की और कहीं-कहीं बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के पुणे और सतारा जिलों में छिटपुट स्थानों पर सोमवार को अत्यधिक भारी बारिश होने का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है. रेड अलर्ट के तहत अधिकारी नुकसान को न्यूनतम करने के लिये एहतियाती कदम उठाते हैं.


मौसम विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि मौसम के पूर्वानुमान में मुंबई, रायगढ़ और पालघर में सोमवार को भारी बारिश होने की भी बात कही गई है. आज से बारिश में कमी आने लगेगी.


असम में बाढ़


असम में बाढ़ के हालात में थोड़ा सुधार हुआ है और रविवार को राज्य में इस आपदा से प्रभावित लोगों की संख्या में कमी आई. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक बुलेटिन में यह जानकारी दी गयी. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया कि धेमाजी, लखीमपुर और बक्सा जिलों में रविवार को बाढ़ से कुल 11,812 लोग प्रभावित हुए, जबकि इससे एक दिन पहले 13,300 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए थे.


बिहार में बाढ़


बिहार में बाढ़ का प्रकोप बना हुआ है. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक राज्य में बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या पिछले 24 घंटे में करीब 12,500 बढ़ गयी और 16 जिलों में अब तक 81,44,356 लोग इस आपदा की चपेट में आये हैं. विभाग के अनुसार रविवार को बाढ़ से कोई नया जिला प्रभावित नहीं हुआ.


ओडिशा के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति


बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण भारी बारिश होने से ओडिशा के कई हिस्सों में रविवार को बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गये, फसल को नुकसान पहुंचा और दो लोगों की मौत हो गई. हालांकि, यह चक्रवात अब कमजोर पड़ रहा है और यह झारखंड और पड़ोसी राज्यों की ओर बढ़ गया है.


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