कोलकाताः पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल के बाल रोग वार्ड में पिछले चार दिनों से हर दिन 40-50 बच्चों को भर्ती किया जा रहा है. डॉक्टरों की टीम लगातार इन बच्चों की देखभाल में जुटी हुई है. अस्पताल में भर्ती होने के बाद कोरोना की आशंका को देखते हुए इसकी जांच की गई लेकिन रिपोर्ट निगेटिव निकला है. डॉक्टरों का मानना है कि बच्चे मौसमी एनफ्लूएंजा जैसी बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं.


डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में भर्ती कई बच्चे पेट से संबंधित बीमारियों से भी पीड़ित हैं. 3 से लेकर 9 साल की उम्र के ये बच्चे मुख्य रूप से जलपाईगुड़ी, मोयनागुरी और धूपगुड़ी के रहने वाले हैं.


हॉस्पिटल में भर्ती एक बच्चे की मां ने बताया कि ''2 दिन हो गए बेटे को बुखार है. बुखार 103 डिग्री से कम नहीं हो रहा है. मैंने पहले चेकअप किया है फिर भी तापमान कम नहीं हो रहा है इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आज 11 बजे अस्पताल में भर्ती किया गया है.''


वहीं बच्चों को लेकर डॉक्टर राहुल भौमिक ने बताया, ''हर बार मौसम बदलता है, जैसे कि सितंबर और अक्टूबर के महीने में बच्चों में बुखार और सर्दी पकड़ने की बड़ी प्रवृत्ति होती है, जिसे हम मौसमी बुखार कहते हैं. इस बार किसी कारण से कुछ ज्यादा ही बच्चे भर्ती हो रहे हैं.''


डॉक्टर राहुल ने बताया कि चूंकि भीड़ अचानक बढ़ गई है, हम बाल रोग वार्ड के तहत एक नया बाल चिकित्सा वार्ड बना रहे हैं. हमारे पास शुरुआत में कम बेड थे जिसे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.


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