Adenovirus: पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस से 6 बच्चों की मौत, सीएम ममता ने की मास्क पहनने की अपील
West Bengal News: घर में अगर किसी बड़े को सर्दी-जुकाम है तो वो बच्चों से दूर रहें. लक्षण पाए जाने पर खुद से इलाज न करें, डॉक्टर के अनुसार ही दवाइयां दें.
Adenovirus in West Bengal: कोरोनावायरस के बाद देश पर एडेनोवायरस का खतरा मंडरा रहा है. पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस का कहर जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इसको लेकर चिंतित नजर आ रही हैं. इस खतरनाक वायरस से बचने के लिए उन्होंने लोगों से एक बार फिर से मास्क पहनने की अपील की है. मुख्यमंत्री ममता ने सोमवार (6 मार्च) को बताया, "एडेनोवायरस के कारण राज्य में अब तक 6 बच्चों की मौत हो चुकी है."
सीएम बनर्जी ने बताया कि उनके परिवार का एक सदस्य भी वायरस से संक्रमित हो गया है. हालांकि, उन्होंने इस सदस्य के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं दी. मुख्यमंत्री ममता ने सलाह दी है कि इससे घबराएं नहीं और जरूरी एहतियात बरतें. उन्होंने कहा, "बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं."
सीएम ने दी मास्क पहनने की सलाह
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया, "अब तक एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन (ARI) के कारण 19 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 13 को कमॉरबिडिटी (बीपी, शुगर जैसी बीमारियां) थी और 6 बच्चों की मौत एडेनोवायरस के कारण हुई थी." उन्होंने आगे कहा, "मैं लोगों से आग्रह करती हूं कि लोग फिलहाल फेस मास्क पहनना शुरू कर दें." सीएम बनर्जी ने दावा किया कि कोविड काल की तुलना में पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार हुआ है.
एडेनोवायरस से निपटने की तैयारी
राज्य में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वाम मोर्चे के शासन के दौरान राज्य में कोई विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई मौजूद नहीं थी, जबकि वर्तमान में 138 अस्पतालों में 2,486 से अधिक SNCU हैं. मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह कहा था कि एडेनोवायरस की स्थिति से निपटने के लिए उनके प्रशासन की ओर से पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा था, "हमने 5,000 बिस्तर तैयार किए हैं और 600 डॉक्टरों को ऐसे मामलों से निपटने की जिम्मेदारी सौंपी गई है."
एडेनोवायरस के लक्षण
डॉक्टरों के अनुसार, ये एडेनोवायरस आमतौर पर हल्की सर्दी या फ्लू जैसी बीमारी का कारण बनते हैं. इसके सामान्य लक्षण फ्लू जैसे हैं, जिनमें सर्दी या फ्लू, बुखार, गले में खराश, तेज ब्रोंकाइटिस, निमोनिया, गुलाबी आंख ये हो सकता है. इससे संक्रमित होने पर व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ महसूस होने लगती है.
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