कोलकाता: देश में लॉकडाउन का चौथा चरण 31 मई तक है. इस बीच पश्चिम बंगाल की सरकार ने एलान किया कि राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज 30 जून तक बंद रहेंगे. राज्य के शिक्षामंत्री पार्थ चटर्जी ने इसकी घोषणा की. इससे पहले सरकार ने घोषणा की थी कि स्कूल 10 जून तक बंद रहेंगे.


शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि यह फैसला इसलिए किया गया क्योंकि चक्रवात ‘उम्फुवन’ की वजह से आठ जिलों में कई स्कूली भवनों को नुकसान हुआ है और प्रवासी कामगारों के लिए कुछ बिल्डिंग का इस्तेमाल आइशोलेशन केंद्र के तौर पर भी किए जाने की संभावना है.



विकास भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चटर्जी ने कहा कि राज्य बोर्ड की 12 वीं कक्षा की परीक्षा के लिए पुनर्निर्धारित कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. पिछले सप्ताह की घोषणा के अनुसार, 29 जून, दो जुलाई और छह जुलाई को ही इसका आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद को 1,058 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित करने के लिए सभी जरूरी एहतियाती उपाय करने को कहा गया है.


शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘जरूरी हो तो कुछ कॉलेज के भवनों का इस्तेमाल उच्च माध्यमिक परीक्षाओं के लिए किया जा सकता है.’’ उन्होंने कहा कि चक्रवात के कारण 462 परीक्षा केंद्रों को नुकसान हुआ और वैकल्पिक स्थानों की पहचान की जा रही है. कोलकाता, उत्तरी 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदनीपुर, पूर्वी बर्द्धमान, नादिया, हुगली और हावड़ा जिले में स्थित परीक्षा केंद्र प्रभावित हुए हैं. मंत्री ने दिन में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि आरंभिक आकलन के मुताबिक चक्रवात के कारण कॉलेजों सहित शैक्षिक संस्थानों को 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और विभाग इस संबंध में राज्य सरकार को जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगा.


कोरोना के चलते बंगाल में अब तक 283 लोगों की मौत


केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के अब तक चार हजार से अधिक पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. राज्य में कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 4009 हो चुकी है. वहीं इलाज के बाद 1486 लोग अब तक ठीक हुए हैं और इस वायरस की वजह से 283 लोगों की मौत हुई है.


सीएम ममता ने रेलवे पर साधा निशाना


वहीं बुधवार को एक बार फिर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेलवे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि रेलवे प्रवासी कामगारों के लिए विशेष रेलगाड़ियां अपनी मर्जी और शर्तों पर चला रहा है. पश्चिम बंगाल बड़ी आपदा (उम्पुन के बाद) का सामना कर रेहा है और रेलवे रोजाना श्रमिक ट्रेनें भेज रहा है. इससे कोविड-19 के मामलों में इजाफा होगा. बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''वे (बीजेपी) मुझे राजनीतिक रूप से परेशान कर सकते हैं, राज्य को क्यों नुकसान पहुंचा रहे हैं?''


पश्चिम बंगाल में बस सेवा बढ़ी


पश्चिम बंगाल परिवहन निगम (डब्ल्यूबीटीसी) ने लॉकडाउन के चौथे चरण में अधिक सरकारी और प्राइवेट कार्यालयों के खुलने के मद्देनजर बुधवार से बस सेवाएं बढ़ा दी हैं. डब्ल्यूबीटीसी ने प्रबंधक निदेशक की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार एसी सहित बाकी बसें शहर सहित उपनगर और जिलों में सुबह सात बजे से शाम सात बजे के बीच 40 मार्गों पर चलेंगी. बसों में यात्रियों की संख्या बस के आकार, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा मापदंडों पर निर्भर करती है.


परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम (एसबीटीसी) और उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम ने भी विभिन्न मार्गों पर सेवाएं बहाल कर दी हैं. डब्ल्यूबीटीसी इससे पहले लॉकडाउन के दौरान इमरजेंसी सेवाओं और स्वास्थ्य कर्मियों की मदद के लिए कुछ प्रमुख मार्गों पर थोड़ी बहुत बसें चला रही थी.


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