विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल की 30 और असम की 39 सीटों के लिए गुरुवार को वोटरों में जबरदस्त उत्साह दिखा. चुनाव आयोग के मुताबिक, बंगाल में शाम छह बजे तक 80.53 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई जबकि असम में 73.03 फीसदी लोगों ने वोट डाले. हालांकि, बंगाल में दूसरे चरण के दौरान भी छिटपुट हिंसा की खबरें आती रहीं. हालांकि, असम में चुनाव शांतिपूर्ण रहा.
बंगाल में वोटरों का दिखा जोश
शाम 6 बजे तक ईस्ट मिदनापुर में 81.23 फीसदी, पश्चिमी मिदनापुर में 78.02 फीसदी, बांकुड़ा में 82.92 फीसदी और नंदीग्राम में 80.79 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई. नंदीग्राम सबसे हॉट सीट मानी जा रही है क्योंकि यहां से टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और उनके बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी चुनाव मैदान में हैं. दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर की 9 सीटों, बांकुड़ा की 8, दक्षिण 24 परगना की 4 और पूर्व मेदिनीपुर वोट डाले गए.
बंगाल में शुभेंदु के काफिले पर हमला
दूसरे चरण के मतदान के दौरान हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाओं और बूथ जाम करने के आरोपों से मतदान प्रक्रिया पर कुछ असर भी पड़ा है. नंदीग्राम के बोयल इलाके में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बीजेपी समर्थकों ने उन्हें मतदान केंद्र जाने से रोक दिया. ममता के बोयल पहुंचते ही बीजेपी समर्थकों ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए.
पुलिस ने बताया कि इसके बाद दोनों पार्टियों के समर्थकों ने हिंसक गतिविधियां की क्योंकि तृणमूल कांग्रेस के नेता बूथ नंबर सात पर पुनर्मतदान कराने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा. इस बीच, शुभेंदु के काफिले पर दो स्थानों पर कथित तौर पर पथराव किया गया, जब वह विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्रों का दौरा कर रहे थे.
उनके काफिले का तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने घेराव भी किया, जिन्होंने बीजेपी नेता के खिलाफ नारे लगाए. इलाके का गश्त कर रहे सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर कर उनके काफिले को आगे बढ़ाया. शुभेंदु ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं तृणमूल कांग्रेस के गुंडों के इस तरह के प्रदर्शनों का आदी हो गया हूं. वे ममता बेगम (बनर्जी) के समर्थक हैं. वे जो कुछ चाहते हैं उन्हें कर लेने दीजिए, चुनाव नतीजे 2 मई को आने वाले हैं.’’
असम में शांतिपूर्ण रहा मतदान
असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण 5 मंत्रियों, (विधानसभा) उपाध्यक्ष और कुछ अहम विपक्षी नेताओं के राजनीतिक किस्मत EVM में कैद हो गई. दूसरे चरण के दौरान 26 महिलाओं समेत 345 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे.
इस चरण में सत्तारूढ़ बीजेपी 34 सीटों पर ताल ठोक रही थी जबकि उसकी सहयोगी पार्टियां असम गण परिषद(AGP) एवं यूनाईटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) क्रमश: 6 और 3 सीटों पर जोर-आजमाइश कर रही थी. हालांकि, पाठरकांडी और अल्गापुर में बीजेपी और असम गण परिषद के बीच दोस्ताना मुकाबला है. माजबात और कलैगांव में भी बीजेपी और यूपीपीएल के बीच दोस्ताना संघर्ष है.
महागठबंधन से जुड़ी कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जबकि एआईयूडीएफ सात एवं बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) चार सीटों पर विरोधी दलों से दो दो हाथ करने उतरीं हैं. नवगठित असम जातिया परिषद (एजेपी) 19 सीटों पर चुनाव मैदान में है. इस चरण में 25 सीटों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन में सीधा मुकाबला है जबकि बाकी सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है.
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