West Bengal Bypolls: बंगाल में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत गरमा रही है. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का मानना है कि उपचुनाव में देरी हो रही है. बंगाल में फ़िलहाल विधानसभा की सात खाली सीटे हैं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. लिहाज़ा, संविधान के मुताबिक़ उन्हें मुख्यमंत्री बनने के छह महीनों के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना पड़ेगा. ऐसे में बंगाल विधानसभा का उपचुनाव होना ज़रूरी है क्योंकि राज्य में विधान परिषद नहीं है. फ़िलहाल राज्य में सात ऐसी सीटें हैं जो रिक्त हैं और उपचुनाव होना है. ममता बनर्जी के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की उम्मीद है.


तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद दो महीने से ज़्यादा बीत चुके हैं लेकिन अबतक उपचुनाव करवाने की दिशा में कोई क़दम नहीं उठाया गया है. उनका आरोप है कि ऐसा जानबूझकर किया जा रहा है ताकि ममता बनर्जी को विधानसभा पहुंचने से रोका जा सके.


इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल 15 जुलाई को चुनाव आयोग से मुलाक़ात करेगा. पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के नेतृत्व में पार्टी का 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आयोग से मुलाक़ात करेगा. प्रतिनिधिमंडल आयोग को एक ज्ञापन देकर जल्द से जल्द इन सात सीटों पर उपचुनाव की मांग करेगा.


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