पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव 27 मार्च से आठ चरणों में होने जा रहा है. चुनाव से पहले जहां एक तरफ नेताओं का एक से दूसरी पार्टी में आना-जाना लगा हुआ है तो वहीं वे अलग-अलग तरीकों से न्यूज की सुर्खियों में बने हुए हैं. ऐसे ही टीएमसी से बीजेपी में बुधवार को शामिल होनेवाले नेता हैं सुशांत पॉल. सुशांत पॉल बुधवार को पश्चिमी मिदनापुर की रैली में शुभेंदु अधिकारी के सामने कान-पकड़कर उठक बैठक लगाई. सुशांत ने 1998 में भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया था. लेकिन वे साल 2005 में तृणमूल कांग्रेस में चले गए थे.


सुशांत पॉल ने टीएमसी में जाने को बताया बड़ी भूल


अब एक बार फिर से सुशांत पॉल वापस बीजेपी में लौट आए हैं. सुशांत पॉल ने टीएमसी में जाने को एक बड़ी भूल करार दिया है. इसी भूल को लेकर उन्होने एक सार्वजनिक मंच से कान पकड़कर माफी मांगी.


इधर, सूत्रों के मुताबिक, शुभेंदु यहां पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टक्कर देंगे. इससे पहले ममता बनर्जी ने एक जनसभा के दौरान नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. ऐसे में कभी ममता के बेहद करीबी रहे शुभेंदु के चुनाव में आमने-सामने आने के बाद इस सीट पर पूरे देश की निगाहें लग गई है.


पहले ऐसा माना जा रहा था कि शुभेंदु अधिकारी कांथी से भी चुनाव ले सकते है. अब कांथी से शुभेंदु अधिकारी के भाई द्विवेंदु अधिकारी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. दिलीप घोष को खड़गपुर से चुनाव लड़ाने पर पुनर्विचार किया जा रहा है. लेकिन फ़ैसला अभी नहीं लिया गया है. चुनावों के बाद मुख्यमंत्री बनाने का फ़ैसला हुआ तो सीएम बनाकर उप-चुनाव लड़ाया जाएगा. जबकि, मुकुल राय स्वास्थ्य कारणों से इस बार का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.


शुभेंदु बोले- ममता बनर्जी को हराऊंगा


हाल में तृणमूल कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा- "हमने किसी दिन बताया कि सीपीआईएम ने 2 लाख 3 हजार करोड़ का ऋण लिया है, लेकिन दीदी को क्या पता था? उसने 4 लाख 60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया. मैं ममता बनर्जी को नंदीग्राम से हराऊंगा. अगर पार्टी मुझे नंदीग्राम या किसी और से नामांकन दाखिल करने की अनुमति देती है, लेकिन इस बार कमल का फूल यहां उग जाएगा और यह मेरी जिम्मेदारी है."


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