पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की तरफ से शुक्रवार को 294 सीटों में से 291 सीटों पर उम्मीदवारों को उतारने का ऐलान किया गया. टीएमसी की इस लिस्ट में 114 नए चेहरों को जगह दी गई है. पार्टी ने 5 मंत्रियों समेत कुल 28 मौजूदा विधायकों को इस बार के चुनाव में मौका नहीं दिया.


उम्मीदवारों के ऐलान के बाद शुरू हुआ विरोध 


टीएमसी की लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी के खिलाफ खुलेआम कार्यकर्ताओं का विरोध देखने को मिला. उम्मीदवारों के ऐलान के साथ ही टीएमसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए. कार्यकर्ताओं ने ‘बाहरी उम्मीवार नहीं चाहिए’ वाला पोस्टर लगाया. गौरतलब है की तृणमूल कांग्रएस ने मिदनापुर, चौबीस परगना समेत कई जिलों में बाहरी उम्मीदवारों को टिकट दिया है.


प्रत्याशियों का ऐलान करते हुए ममता बनर्जी ने कहा- "आज हम 291 उम्मीदवारों की सूची जारी कर रहे हैं. इनमें से 50 महिलाएं और 42 मुस्लिम उम्मीदवार हैं. उत्तरी बंगाल की तीन सीटों पर हम अपने प्रत्याशी नहीं उतार रहे हैं. मैं नंदीग्राम सीट से चुनाव लडूंगी. भवानीपुर विधानसभा सीट से शोभनदेब चटोपाध्याय चुनाव लड़ेंगे."


10 मार्च को ममता करेंगी नॉमिनेशन


इसके साथ ही, ममता ने आगे कहा- "मैं तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल, हेमंत सोरेन और शिवसेना को समर्थन देने के लिए धन्यवाद करती हूं." उन्होंने आगे कहा- मैं 9 मार्च को नंदीग्राम जा रही हूं. 10 मार्च को हल्दिया में नॉमिनेशन करूंगी. बता दें कि ममता बनर्जी पहली बार नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी. इस सीट का प्रतिनिधित्व 2016 में शुभेन्दु अधिकारी ने किया था जबकि 2011 में तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य उम्मीदवार ने किया था. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस बार हमने युवाओं और महिला उम्मीदवारों पर जोर दिया है.


सीएम ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने का दावा करते हुए इसे ‘‘सबसे आसान’’ चुनाव करार दिया. यह पूछे जाने पर कि क्या 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना के बाद से पार्टी का यह सबसे कठिन चुनाव होने वाला है तो उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए आसान चुनाव होगा. हम इसे जीतेंगे.’’


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