पश्चिम बंगाल का चुनाव इस बार कई मायने में काफी दिलचस्प होता जा रहा है. एक तरफ जहां बीजेपी ने राज्य की सत्ता से इस बार के चुनाव में ममता बनर्जी को हटाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है तो वहीं दूसरी तरफ शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि वे नंदीग्राम में ममता को हराएंगे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ दिन पहले यह ऐलान किया था कि वे कभी उनके करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी के गढ़ नंदीग्राम से भी विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी.
शुभेंदु की ममता बनर्जी को चुनौती
हाल में तृणमूल कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा- "हमने किसी दिन बताया कि सीपीआईएम ने 2 लाख 3 हजार करोड़ का ऋण लिया है, लेकिन दीदी को क्या पता था? उसने 4 लाख 60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया. मैं ममता बनर्जी को नंदीग्राम से हराऊंगा. अगर पार्टी मुझे नंदीग्राम या किसी और से नामांकन दाखिल करने की अनुमति देती है, लेकिन इस बार कमल का फूल यहां उग जाएगा और यह मेरी जिम्मेदारी है."
शुभेंदु ने आगे कहा- "सन् 1998 में मैं भाजपा का सदस्य था. 2005 में मैंने सत्तारूढ़ पार्टी को हटाने के लिए टीएमसी को ज्वाइन किया था. अब मैं बीजेपी के साथ वापस आ गया हूं. मैं आप सबके सामने कान पकड़ कर उठक-बैठक करके माफी मांगता हूं और आप सभी से अपने कर्मों के लिए मुझे क्षमा करने का अनुरोध कर रहा हूं"
गौरतलब है कि चुनाव आयोग की तरफ से चार राज्य और एक केन्द्र शासित प्रदेश के लिए विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है. पश्चिम बंगाल में इस बार आठ चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न कराया जाएगा.
बीजेपी ने बंगाल में झोंकी पूरी ताकत
राज्य की 294 विधानसभा सीटों के लिए सभी दल कमर कस कर चुनावी मैदान में आ चुके हैं और धुआंधार कैंपेन कर रहे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान लोकसभा की कुल 42 में से 18 सीटें जीतने के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद है और वह इस बार अपने लिए अवसर देख रही है.
बीजेपी ने इस चुनाव में पूरी ताकत लगा दी है और कई केन्द्रीय मंत्रियों को वहां के चुनाव प्रचार अभियान में लगा दिया गया है. हालांकि, लेफ्ट, कांग्रेस और अब्बास सिद्दिकी की इंडियन सेक्युलर फ्रंट के गठबंधन होने से इस चुनाव में उसकी तरफ से भी कड़ी टक्कर दिए की संभावना व्यक्त की जा रही है.
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