कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है. इससे पहले प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र को तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए.
आज सदन में संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा प्रस्ताव रखने के बाद विधानसभा में भारी हंगामा हुआ. बीजेपी के विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा के नेतृत्व में पार्टी के विधायक सदन में बेल में पहुंच गए और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार कानूनों के खिलाफ ‘भ्रामक अभियान’ चला रही है. बाद में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए बीजेपी के विधायक सदन से बाहर चले गए.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘हम किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं. हम इन्हें तुरंत वापस लिए जाने की मांग करते हैं. केंद्र को या तो तीनों कानूनों को वापस ले लेना चाहिए या सत्ता से हट जाना चाहिए .’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘इसके लिए दिल्ली पुलिस को दोष देना चाहिए. दिल्ली पुलिस क्या कर रही थी? यह खुफिया तंत्र की नाकामी है. हम किसानों को गद्दार बताया जाना बर्दाश्त नहीं करेंगे. वे इस देश की संपत्ति हैं.’’
बता दें कि तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल, दिल्ली और पुडुचेरी की सरकार भी प्रस्ताव पारित कर चुकी है. तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले 63 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. ये किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.