कोलकाता: पेगासस जासूसी मामले को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. संसद में भी इस मुद्दे को लेकर हंगाम हुआ. केंद्र की राजनीति में इस मुद्दे को लेकर विपक्ष हमलावर है वहीं सरकार जासूसी के दावे को खारिज कर रही है. इस बीच पश्चिम बंगाल के बीजेपी के विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने राज्य की ममता बनर्जी की सरकार पर बड़ा आरोप लगा दिया. अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार उनका फोन टैप कर रही है. उन्होंने कहा कि आमने-सामने या वॉट्सऐप पर बात करने के आलावा कोई मौका नहीं है.


शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “बंगाल में हिंसा ममता बनर्जी और उनकी सरकार के नेतृत्व में हुई. ममता बनर्जी की सरकार मेरा फोन टैप कर रही है. आमने-सामने या वॉट्सऐप पर बात करने के आलावा कोई मौका नहीं है. उनकी सरकार हर छोटे बीजेपी कार्यकर्ता का फोन टैप कर रही है.”


वहीं पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, “टीएमसी नेता व्हाट्सएप पर मैसेज करने के अलावा वे दूसरे माध्यम से बात नहीं करते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि ममता बनर्जी खुद उनके फोन टैप करती हैं. वह और उनकी सरकार पेगासस सॉफ्टवेयर का उपयोग करती है. फोन टैपिंग हमारा काम नहीं, कांग्रेस का है, जहां से ममता आई हैं.”


उधर, पेगासस जासूसी विवाद के संदर्भ में ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर देश को ‘निगरानी वाला राष्ट्र’ बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया. ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि वह पेगासस स्पाईवेयर का इस्तेमाल करके नेताओं, कार्यकर्ताओं, पत्रकारों आदि को निशाना बनाने वाले कथित जासूसी स्कैंडल का संज्ञान ले. उन्होंने विपक्षी दलों से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने के लिए सभी को साथ आना होगा. तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कोलकाता में एक रैली को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा, ‘‘बीजेपी एक लोकतांत्रिक देश को कल्याणकारी राष्ट्र के बजाय निगरानी वाले राष्ट्र में बदलना चाहती है.’’


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