West Bengal Governor Meets BJP Delegation: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) से कोलकाता में राजभवन में मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari), बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, सांसद सौमित्रा खान, प्रियंका टिबरेवाल और अग्निमित्रा पॉल समेत चुनाव बाद हुई हिंसा के पीड़ितों के परिजन शामिल थे. 


राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा विधानसभा  चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को एक साल बीत जाने के बाद भी इंसाफ नहीं मिलना शर्मनाक है. बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव के बाद हुई हिंसा में इंसाफ मिलने में हो रही देरी के संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा है.  


पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने चुनाव के बाद हुई हिंसा में जान गवाने वाले लोगों के परिजनों को इंसाफ मिलने में हो रही देरी पर अपना रोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना समाज के लिए बेहद शर्मनाक है. इस घटना के एक साल बीत जाने के बाद भी इस मामले में कोई राहत नहीं मिलना चिंता का विषय है. ज्ञापन में उन लोगों के परिवारवालों को आर्थिक मदद देने की मांग की गई है जिनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि वह इस ज्ञापन का संज्ञान लेंगे और प्रशासन से इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करने की मांग करेंगे. 


पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा कि उन्हें पीड़ितों के परिजनों से पूरी हमदर्दी है. उन्होंने कहा मैं पीड़ित परिवारों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि भारतीय संविधान में बहुत ताकत है. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि मैं इस मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात कर उन्हें इस मामले में दखल देने के की गुजारिश करूंगा. साथ ही मैं उनसे पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दिलाने की मांग भी करूंगा. मैं स्वयं इस मामले को देखूंगा और हर आवश्यक कदम उठाऊंगा.


राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि इसी प्रकार का मुआवजा रामपुरोहित हिंसा मामले में दिया गया था. अधिकारी ने कहा कि हम चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों को इसी प्रकार की आर्थिक मदद दिए जाने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि बीते 18 सालों में कुल 204 बीजेपी कार्यकर्ताओं की चुनाव के बाद हिंसा में हत्या की गई है. 


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